रांची : झारखंड दौरे पर आए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (CM Himanta Biswa Sarma) ने बांग्लादेश में उपजे हालात पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वहां के हालात बदत्तर हैं, लेकिन इसका समाधान डिप्लोमेसी के जरिए ही होगा। उन्होंने पीएम मोदी पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि वहां (बांग्लादेश में) स्थिति चिंताजनक है। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री कूटनीतिक माध्यमों से इस बारे में काम करेंगे और धीरे-धीरे स्थिति बेहतर होगी।
वहीं उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस परिवार और प्रियंका गांधी ने गाजा के बारे में बहुत ट्वीट किया है। गाजा में जो हुआ वह एक आतंकवादी गतिविधि थी और अब जो हो रहा है वह आतंकवाद विरोधी कार्रवाई है। लेकिन, बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए, उन्होंने कितनी बार ट्वीट किया है या विरोध किया है? कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि अगर दुनिया में कहीं भी मुसलमानों के लिए कोई समस्या है, तो वे उनके लिए हैं, लेकिन अगर हिंदू समस्या में हैं, तो वे वहां नहीं होंगे। वे केवल हिंदुओं को जाति के आधार पर विभाजित करना चाहते हैं और कुछ नहीं।
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मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि बांग्लादेश से लगी सीमाओं पर बहुत बुरी स्थिति है। भारत सरकार ने ऐसा कोई आदेश अब तक नहीं दिया है कि वहां फंसे लोगों को एंट्री दी जाए। एक-दो करोड़ लोगों को लेना भी मुश्किल है। इसलिए इसका एकमात्र समाधान है कि डिप्लोमेसी के जरिए वहां के हिंदू अल्पसंख्यकों को सिक्योरिटी मुहैया कराई जाए।
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उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में 33% हिंदू थे, जिनकी संख्या घटकर अब आठ प्रतिशत हो गई है। उसी अनुपात में पश्चिम बंगाल, असम और झारखंड में भी हिंदुओं की संख्या घटी है। उन्होंने कहा कि 1951 से 2024 के बीच बांग्लादेश में 13% हिंदुओं की संख्या घटी है, जबकि इसी अवधि में असम में 9% हिंदुओं की संख्या घटी है। इससे साफ है कि बांग्लादेश की सीमा से सटे भारत के सभी राज्यों में डेमोग्राफी बदल रही है।