रांची: हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद गिरिडीह के अजीडीह स्थित टोल टैक्स वसूली केंद्र (M/s S.K. Rai) में कर्मियों के द्वारा अवैध तरीके से टोल वसूला जा रहा था। इस खबर के संकलन पर गए वरिष्ठ पत्रकार अमरनाथ सिन्हा पर टोल कर्मियों के द्वारा जानलेवा हमला कर दिया गया। बताया जा रहा कि खबर की तस्वीरें लेते हुए इन लोगों ने ना सिर्फ मारपीट की, बल्कि प्रत्रकार का गला दबाने का प्रयास किया। घटना में पत्रकार अमरनाथ सिन्हा को काफी चोट आई है। इस दौरान मौजूद सहकर्मी पत्रकार श्रीकांत उन्हें लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उनका उपचार किया गया। बता दें कि हाइकोर्ट ने गिरिडीह नगर निगम के कॉमर्शियल व्हिकल एंट्री फीस के नाम पर पैसे की वसूली पर रोक से संबंधित आदेश जारी किया है। इसके बाद भी टोल ठेकेदार की ओर से टैक्स वसूला जा रहा है। शुक्रवार को वसूली की सूचना पर पत्रकार अमरनाथ सिन्हा अजीडीह स्थित टोल नाका पहुंचे।
यहां एक ड्राइवर से टोल टैक्स वसूली के बाद पत्रकार द्वारा वाहन चालक को दी गई रसीद की फोटो ली गई और बयान लिया जा रहा था। इसी दौरान टोल के 7 से 8 गुंडों ने हमला बोल दिया। इस घटना के बाद विपक्ष के नेता व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने घायल पत्रकार के घर पहुंचकर उनका हाल जाना और सरकार से दोषियों को दंड देने की अनुसंशा की। इस पूरे मामले को लेकर बाबूलाल ने अपने ट्वीटर पर लिखा कि माननीय उच्च न्यायालय द्वारा रोक लगाए जाने के बावजूद गिरिडीह में जबरन टोल वसूली के खिलाफ आवाज उठाने पर पत्रकार बंधुओं के साथ हुई मारपीट की घटना पुलिस प्रशासन की विफलता का परिणाम है। आज घायल पत्रकारों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। जिला प्रशासन ने दबंगों को ऐसी रंगदारी वसूलने की खुली छुट दे रखी है। हेमंत सोरेन जी उक्त मामले का संज्ञान लेकर प्रशासनिक संरक्षण में जबरन टोल वसूलने वाले पूरे गिरोह के ऊपर विधिसम्मत कारवाई करें।