झारखंड में आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी पूरी तरह से अक्रामक हो गई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, सोरेन सरकार पर एक के बाद एक गंभीर आरोप लगा रहा है। इस बार उन्होंने झारखंड के छात्रों की नौकरी बेच कर झामुमो-कांग्रेस पर चुनावी फंड जुगाड़ करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने सरकार पर लाखों छात्रों के भविष्य को खतरे में डालने का भी आरोप लगाया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा है कि JPSC, झारखंड सरकार के दबाव में राज्य के लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में डाल रही है। प्रतियोगी परीक्षा से पहले छात्रों को फॉर्म में संशोधन करने का, तैयारी का, आवागमन के लिए सुविधाजनक प्रबंध करने का उपयुक्त समय दिया जाता है लेकिन इस बार JPSC की जल्दीबाजी छात्रों के लिए घातक साबित हो रही है। छात्र असमंजस में फंसे हैं।
वहीं, उन्होंने JPSC से सवाल करते हुए कहा है कि पिछले साढ़े 4 सालों से सुस्त रहने वाली JPSC के द्वारा इतनी जल्दीबाजी क्यों दिखाई जा रही है? कहीं JSSC-CGL की तरह झारखंड के छात्रों की नौकरी बेच कर झामुमो-कांग्रेस अपने चुनावी फंड का तो जुगाड़ नहीं कर रही! @ChampaiSoren जी, यदि युवाओं के साथ इस बार कोई साजिश हुई आपकी सरकार को ईंट से ईंट बजाकर सत्ता से बेदखल कर दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले उन्होंने स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक (PGT) परीक्षा पर सवाल उठाया था। उन्होंने लिखा था कि PGT का रिज़ल्ट प्रकाशित हुआ लेकिन इसमे भी एक विशेष परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के अप्रत्याशित संख्या में मेधा सूची में नाम आने से हेराफेरी की संभावना नज़र आने लगी है। यदि परीक्षा केंद्र या एजेंसी की कारगुजारी से सीटों को बेचने का प्रयास हुआ है, तो यह अत्यंत गंभीर विषय है।