झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर से सोशल मीडिया के सहारे विपक्ष पर हमला बोला है। उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट X के जरिए झारखंड सरकार के कांग्रेसी मंत्री आलमगिर आलम के PA के नौकर के घर से मिले करोड़ों रुपए के मामले में सीएम चंपई सोरेन को पत्र लिखकर त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
उन्होंने ट्वीटर पर लिखा कि ईडी द्वारा राज्य के मुख्य सचिव को प्रेषित गोपनीय पत्र की प्रति ग्रामीण विकास मंत्री के निजी सचिव के कर्मचारी के आवास से बरामद होने के संदर्भ में प्राथमिकी दर्ज करने और सीबीआई जांच की अनुशंसा के लिए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन जी को पत्र लिखकर त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
वहीं, सोमवार को भी बाबूलाल मरांडी ने विपक्ष पर हमला बोला था। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा था कि झारखंड सरकार के कांग्रेसी मंत्री आलमगिर आलम के निजी सचिव के नौकर के यहां से ईडी ने लगभग 25 करोड़ रुपए बरामद किए हैं। इसके बाद उन्होंने लिखा कि दो दिन पहले प्रधानमंत्री JMM-कांग्रेस के जिस ‘लूट मॉडल’ की बात कर रहे थे, उसे इन रुपयों ने सत्यापित कर दिया है। लगता है गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों के हक मारकर लुटे हुए इन्हीं पैसों से कांग्रेस अपने शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही है।
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि ईडी, सीबीआई के दुरुपयोग की दुहाई देने वाली JMM-कांग्रेस जनता के सामने अब कौन सा नया बहाना बनाएगी? धीरज साहू से लेकर आलमगिर आलम और पंकज मिश्रा से लेकर पूजा सिंहल तक के ठिकानों से जिस प्रकार अथाह काले धन बरामद हुए हैं, उससे पिछले 5 सालों के दौरान राज्य सरकार द्वारा की गई संगठित लूट जगजाहिर हो चुकी है। सोचिए कि झारखंड में एक मंत्री के पीए के नौकर के यहॉं पच्चीस करोड़ नगद मिल सकता है तो दूसरे और मंत्रियों ने ग़रीबों की गाढ़ी कमाई और कितना लूट कर नौकर चाकरों तक के यहॉं छुपा कर रखा हुआ है ?
बाबूलाल मरांडी ने आगे कहा कि हमें लगता है कि कल्पना सोरेन जी अब घड़ियाली आंसू बहाना और यह कहना बंद कर देंगी कि हेमंत सोरेन का अपराध क्या है। इन सभी पैसों का दुरूपयोग कर आम चुनाव को प्रभावित करने की प्रबल संभावना है। अविलंब सभी राज्य के महाभ्रष्ट मंत्रियों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुनाव में काले धन का दुरुपयोग रोके और कठोर कारवाई करे।