रांची: बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर आज तड़के ही झारखंड के रांची व कोलकाता समेत कई इलाकों में एक साथ इडी की रेड चालू है। बता दें इस मामले में ईडी की टीम ने मंगलवार सुबह झारखंड की रांची व पाकुड़ और पश्चिम बंगाल के 24 परगना और कोलकाता में छापेमारी कर रही है। ईडी की टीम राजधानी रांची के बरियातू स्थित होटल स्काई लाइन, आश्वी डायग्नोसिस समेत छह ठिकानों की तलाशी ले रही है। मालूम हो कि इस माले को लेकर बीते 16 सितंबर को ईडी ने झारखंड में बांग्लादेशी महिलाओं की तस्करी और संदिग्ध घुसपैठ की जांच के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के अंतर्गत मामला दर्ज किया था। वहीं इस मामले में ईडी का आरोप है कि यह घुसपैठ ओर महिलाओं का अवैध रूप से झारखंड में घुसना काले धन को उत्पन्न करने के लिए किया गया।
इस संदर्भ में, ईडी ने पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया है। और अब ईडी इस के स की जांच कर रही है साथ ही इसी मामले में आज सुबह से ही झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में रेड कर रही। बताते चलें कि यह मामला झारखंड पुलिस की एक जांच रिपोर्ट पर आधारित है, जिसे जून में रांची के बरियातू पुलिस थाने में दर्ज किया गया था। इस में पुलिस ने एक महिला की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की थी, जिससे इडी को पता चला कि वह काम की तलाश में दलालों की सहायता से बांग्लादेश से भारत में प्रवेश की थी। इस मामले में पुलिस ने पांच से छह महिलाओं को अवैध घुसपैठ वेश्यावृति धन शोधन के आरोपी के रूप में नामित किया गया था, जिन्हें एक स्थानीय रिसॉर्ट में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें ब्यूटी सैलून में नौकरी दिलाने का वादा करके वेश्यावृत्ति के लिए बांग्लादेश से भारत लाया गया था।
इस एफआइआर मे कई ऐसे तथ्य थे जो भारत सरकार की नींद उड़ाने वाले थे। बता दें एफआईआर के अनुसार, लगभग 21 वर्षीय बांग्लादेशी युवती को एक अन्य लड़की की मदद से कोलकाता लाया गया था। 31 मई की रात, निजी एजेंटों की सहायता से युवती को जंगल क्षेत्र से अवैध रूप से बांग्लादेश की सीमाओं को पार कराया गया था। इसके अतिरिक्त, यह मामला उन एजेंटों से संबंधित है जो बांग्लादेशी नागरिकों की भारत में अवैध घुसपैठ में संलग्न हैं और उन्हें भारतीय नागरिकता स्थापित करने के लिए फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराते हैं। ईडी के अनुसार, कई व्यक्ति अवैध घुसपैठ और फर्जी पहचान प्रमाण बनाने से संबंधित गतिविधियों में लिप्त हैं। ऐसे में बांग्लादेश से भारत में अवैध घुसपैठ करने वाले व्यक्तियों और संबंधित एजेंटों के खिलाफ जांच करना अत्यंत आवश्यक है, जिनका उद्देश्य काला धन बनाना और अन्य आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होना है। इसके लिए एक व्यापक और गंभीर जांच आवश्यक है।