रांची: राँची झारखण्ड में ईडी की बड़ी कार्रवाई चल रही है। एक साथ अधिवक्ता, डीटीओ और सीओ सहित अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। एक वकील के साथ साथ धनबाद के डीटीओ, राँची के सीओ सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी चल रही है। बताया जाता है कि ये कार्रवाई पंडरा थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर की गयी है। राँची बरियातू स्थित राधे कृष्णा गार्डन में ईडी की छापेमारी चल रही है। केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात हैं। ब्लॉक सी में छापेमारी चल रही है। बताया जा रहा कि इस अपार्टमेंट ने डीटीओ दिवाकर द्विवेदी के प्रथम तल्ला में स्थित फ्लैट में चल रही है।
वहीं झारखंड में मंगलवार की सुबह ईडी की टीम धनबाद में भी अधिवक्ता, डीटीओ, सीओ समेत अन्य कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम ने धनबाद के एक वकील के साथ-साथ धनबाद के डीटीओ दिवाकर प्रसाद द्विवेदी, जय कुमार राम, प्रभात भूषण, संजीव पांडे, रवि और सुजीत नाम के व्यक्ति के ठिकानों पर छापा मारा है। बता दें इस छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में कैश बरामद होने की खबर सामने आ रही है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। मालूम हो कि जमीन घोटाले मामले की जांच कर रहे ईडी को मैनेज करने के लिए कांके व नामकुम सीओ के अलावा धनबाद डीटीओ पर 5.71 करोड़ रुपये में डील करने का आरोप लगा है। जमीन कारोबारी संजीव कुमार पांडे ने पंडरा ओपी में वकील सुजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
पंडरा के रहने वाले संजीव पांडेय ने ईडी से जुड़े केस को मैनेज करने के नाम पर रांची के पंडरा थाने में वकील सुजीत कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इस मामले में संजीव पांडेय का आरोप है कि वकील सुजीत कुमार ने ईडी की चार्जशीट में उनका नाम शामिल न करने के लिए कुछ अधिकारियों और उनसे पांच करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। संजीव के मुताबिक, अधिवक्ता सुजीत कुमार ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि वह उन्हें और उनके कुछ अधिकारी मित्रों को ईडी के केस से बचा लेंगे, उनका नाम चार्जशीट में नहीं आयेगा, बदले में सुजीत ने उनसे करोड़ों रुपये ठग लिये। इसके बाद भी उनके नाम ईडी की चार्जशीट में आ गये।
जब संजीव ने अपना पैसा मांगा तो अधिवक्ता ने पैसा नहीं होने के एवज में 54 चेक जारी किये। साथ ही पैसे के बदले अपनी कार भी दे दी और एग्रीमेंट कर लिया। वहीं इस मामले में अधिवक्ता सुजीत कुमार ने भी संजीव पांडेय के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया है। अधिवक्ता ने अपने आवेदन में बताया है कि संजीव पांडेय और उसके कुछ साथियों ने उसका अपहरण किया और उससे 12 लाख रुपये वसूलने के बाद उसे छोड़ा। फिलहाल मामले में ईडी ने अपनी दबिश बढ़ा दी है और इन सबको रडार पर लेकर छापेमारी कर रही है।