बोकारो के पूर्व विधायक और झारखंड के कद्दावर नेता समरेश सिंह ‘दादा’ का गुरुवार को सुबह लगभग 6:30 बजे सिटी सेंटर स्थित आवास में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। 81 वर्ष की उम्र में उन्होंने आज अपने सेक्टर चार स्थित आवास में अंतिम सांस ली। उनके अंतिम दर्शन करने के लिए जामताड़ा के विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी, बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो और बोकारो विधायक बिरंचि नारायण भी उनके आवास पहुंचे। जहां उन्होंने समरेश सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। सभी नेताओं ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि समरेश सिंह का जैसा ना कोई नेता हुआ है और ना आगे भविष्य में होगा। क्योंकि उन्होंने गरीब, कमजोर, दलित, पिछड़ों, विस्थापित और मजदूरों के लिए हमेशा लड़ाई लड़ी और उनका साथ दिया। समरेश सिंह को दादा कहकर पुकारा जाता था।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने समरेश सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर पूर्व विधायक समरेश सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि समरेश सिंह के निधन की खबर से आहक हुं। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिजनों को दु:ख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे। समरेस सिंह के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
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पैतृक गांव देबुलटांड़ में होगा समरेश सिंह अंतिम संस्कार
बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि समरेश सिंह उनके लिए भगवान और एक गुरु के समान थे। जिन का क़र्ज़ कभी अदा नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि समरेश सिंह राष्ट्रीय सम्मान के हकदार हैं। उनका राष्ट्रीय सम्मान के साथ विदाई होनी चाहिए। उन्होंने नया मोड़ में समरेश सिंह की प्रतिमा स्थापित कर नया मोड़ उनके नाम से नामकरण करने की घोषणा की है। उनका अंतिम संस्कार चंदनकियारी प्रखंड में समरेश के पैतृक गांव देबुलटांड़ में होगा। उनके बड़े पुत्र राणा प्रताप भी अमेरिका से आ चुके है।