रांची: आदिवासी समाज से आनेवाली कंचन उगुरसंडी को जेएमएम के पूर्वी सिंहभूम नाम के एकाउंट से की गयी गाली गलौच को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से प्रतिक्रिया दी है। मरांडी ने कहा कि जैसा जिसकी परवरिश वैसी उसकी भाषा! देश-दुनियाँ में बाईकर गर्ल के रूप में झारखंड का नाम रौशन कर रही हो आदिवासी समाज की बीटिया कंचन को माँ की गाली देना एक शर्मनाक काम है। जेएमएम के इस कृत्य की जितनी भी निंदा की जाय वो कम है। अपनी माँ समान सीता सोरेन भाभी को गाली देने वालों पर आपकी ज़ुबान नहीं खुली तो कम से कम इस हो आदिवासी बेटी-बहन के मॉं-बाप को गाली देने वालों, कुकूर कहने वालों के लिये तो निंदा के दो शब्द कह कर अपने पापों का प्रायश्चित कर लीजिये। बता दें बाबूलाल ने हेमंत सोरेन को इस मामले में घेर लिया है। वहीं जेएमएम की तरफ से इस मामले में अबतक कोई बयान सामने नहीं आया है।
बताते चलें कि कंचन उगुरसंडी ने अपने एक्स हैंडल से बाबूलाल मरांडी के समर्थन में लिख था कि हेमंत सोरेन जी को बाबूलाल मरांडी जी का डर सर चढ़कर बोलता है। चुनाव आयोग द्वारा मान्यता देने के बावजूद लंबे समय तक नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं दिया। हेमंत बाबू को यह डर था कि नेता प्रतिपक्ष का कद नेता सदन से बहुत बड़ा लगेगा।वह जब भी बोलते खड़े होंगे तो नेता सदन की बोलती बंद हो जाएगी। इसलिए उन्होंने षड्यंत्र कर बाबूलाल जी को इस भूमिका में नहीं आने दिया। हद्द तो तब हो गई जब बाबूलाल मरांडी जी जब भी सदन में बोलने के लिए खड़ा होते थे तो हेमंत सोरेन सोरेन के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष उन्हें मौका नहीं देते थे। इनको पता था कि बाबूलाल जी के जुबान से निकला एक-एक शब्द इस सरकार की कलई खोल देता। अध्यक्ष ने अपने लोगों से अनौपचारिक वार्ता में कई बार यह कबूल किया कि मुख्यमंत्री जी के कहने पर वह ऐसा किया करते थे जो उचित नहीं था। हेमंत बाबू ,अब तो जनता आपको बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। 5 वर्षों तक आपने जितने षड्यंत्र और लूट, फरेब और झूठ का खेल खेला ,उसका अंत होने जा रहा है। बाबूलाल जी से आपको डरना भी चाहिए।सत्य और निष्ठा के साथ खड़ा इंसान हमेशा भ्रष्टाचारियों को खलता है।