रांची: कुछ स्वार्थी तत्व आंदोलनकारी संगठन के नाम पर आंदोलनकारियों को गुमराह कर उनसे पैसे वसूली का कार्य कर रहे हैं तथा वैसे लोगों को भी झारखंड आंदोलनकारी के रूप में चिन्हित करने का कार्य कर रहे हैं, जो कभी आंदोलनकारी नहीं रहे। सच तो यह है कि आज भी आंदोलन में शामिल हजारों लोग आंदोलनकारी के रूप में राज सरकार द्वारा चिन्हित नहीं हो पाए हैं। यह भी सूचना मिल रही है कि झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के नाम पर कुछ लोक सक्रिय हैं और आंदोलनकारियों से अवैध रूप से एक मुश्त राशि की उगाही कर रहे हैं। इस क्रम में एक मुश्त राशि लेकर गैर आंदोलनकारियों को भी आंदोलनकारी के रूप में चिन्हित करने का काम किया जा रहा है।
उक्त बातें शुक्रवार को झारखंड आंदोलनकारी क्रांति मोर्चा के नेता प्रभाकर तिर्की ने कचहरी चौक स्थित मोर्चा के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही। श्री तिर्की ने कहा कि वर्तमान में यह बात सामने आई है कि संगठन के द्वारा आंदोलनकारी सम्मान पत्र देने की कार्रवाई की जा रही है और उन्हें कई प्रकार से गुमराह किया जा रहा है। इस सम्मान पत्र में कुछ वरीय आंदोलनकारी एवं विधायकों का भी उनकी सहमति के बिना नाम डाल दिया गया है एवं उनका हस्ताक्षर भी कर दिया गया है, जो पूरी तरह से फर्जी है। उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी क्रांति मोर्चा ऐसे संगठनों और उसके नेताओं के खिलाफ झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितीकरण आयोग एवं गृह विभाग और राज्य सरकार के पास शिकायत दर्ज कराएगी। आवश्यकता पड़ी तो उनके द्वारा किए जा रहे फर्जीवाड़े के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। श्री तिर्की ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी क्रांति मोर्चा को सशक्त बनाने के लिए आने वाले नए वर्ष में राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा तथा आंदोलनकारियो को दी जाने वाली सुविधाओं तथा राज्य की समस्याओं के निदान और त्वरित विकास के लिए व्यापक रणनीति पर विमर्श कर आगे का कार्यक्रम तय किया जाएगा। संवाददाता सम्मेलन में झारखंड आंदोलनकारी मानव घोष दसतीदार, विमल कच्छप, ज्योतिष तिर्की और जहां आरा मुख्य रूप से उपस्थित थे