नयी दिल्ली: 13 देशों में दस्तक दे चुके इस जानलेवा बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। बता दें कि कोरोना की विभिषिका से अभी दुनिया ठीक से उबर भी नहीं पाई कि अब लगातार दूसरे साल WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। मालूम हो कि यह घोषणा अफ्रीकी देश कांगो में महामारी के भयानक संक्रमण के बाद की गई। वहीं रिपोर्टस के मुताविक मंकीपॉक्स का असर पिछले साल की तुलना में इस बार 160 फीसदी ज्यादा है और यह कांगो से शुरू होकर 13 अन्य देशों में भी दस्तक दे चुका है। वहीं अब तक मंकी पॉक्स से 517 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
यह रोग अफ्रीकी देशों में इस कदर फैल चुका है कि अब यह महामारी का रूप ले रहा है। इस विमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता जताई है। WHO का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल इस बीमारी का संक्रमण काफी ज्यादा है। पिछले साल की तुलना में इसेा संक्रमण 160 फीसदी तक है। इधर अफ्रीकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के मुताबिक, इस साल अब तक मंकी पॉक्स के 17000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 571 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बिमारी का नया वेरिएंट बेहद खतरनाक है। बता दें यह एक संक्रमण की बीमारी है। आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के निकट जाने से फैलती है। वहीं इसके लक्षण की बात करें तो इसमें फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। जैसे- बुखार आना, उल्टी दर्द इत्यादि। लेकिन, जो लक्षण इस बिमारी को फ्लू से अलग करता है- वो शरीर पर फोड़े निकलना और मवाद बनना है। एमपाक्स से ग्रसित व्यक्ति के शरीर में हर जगह फोड़े निकलने लगते हैं। फिर उनसे मवाद निकलने लगता है। यह बेहद दर्दनाक है।