रांची: विगम साढ़े तीन साल में झारखंड के पांच मामलों को सीबीआई ने टेकओवर किया है। इन मामलों में सीबीआई झारखंड हाईकोर्ट से आदेश प्राप्त होकर ही इसकी कार्रवाई में जुटी है। साल 2021 से 2024 तक सीबीआई ने झारखंड के पांच अनसुलझे मामलों की जांच कर रही है। वहीं मंगलवार को झारखंड हाईकोर्ट ने विधानसभा नियुक्ति घोटाला मामले में भी मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला सुनाया है। इस आदेश के बाद सीबीआई आने वाले कुछ दिनों में इस मामले को भी टेकओवर कर जांच शुरू करेगी। बताते चलें कि उन पांच मामलों में पहला मामला साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत की जांच का है। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि यह रेयरेस्ट ऑफ द रेयर और सीबीआई के लिए फिट केस है। कोर्ट ने अपनी सुनवाई में तुरंत केस को सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था।
मालूम हो कि 3 मई 2021 को रूपा तिर्की का शव फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला था। दूसरा मामला रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में 25 जुलाई 2016 को डीपीएस के छात्र अंतरिक्ष शनिग्रहि की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गयी थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद फरवरी 2021 में सीबीआई की पटना शाखा ने अरगोड़ा थाना में दर्ज केस को टेकओवर किया था। तीसरा मामला बहुचर्चित विनय महतो हत्याकांड का है। 2022 को हाईकोर्ट ने रांची के सफायर स्कूल में छात्र विनय महतो की हत्या की जांच सीबीआई को करने का आदेश दिया था। मालूम हो कि 2016 में छात्र विनय का शव स्कूल के टीचर्स हॉस्टल में खून से लथपथ मिला था। चौथा मामला अवैध खनन का है इस केस में ईडी के गवाह और साहिबगंज के रहने वाले विजय हांसदा की जनहित याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी। इसे लेकर अदालत ने 18 अगस्त 2023 को साहिबगंज के जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र स्थित निम्बू पहाड़ समेत अन्य इलाकों में हुए अवैध खनन की जांच सीबीआई से कराने का आदेश दिया है। और अब पांचवे मामले में सोमवार को झारखंड हाईकोर्ट नेविधानसभा नियुक्ति घोटाले की सीबीआई जांच के आदेश दिये हैं।