झारखंड में सियासी उलटफेर के बीच अब चंपई सोरेन का नया सीएम बनना तय हो गया है। सरकार को समर्थन दे रहे जेएमएम, कांग्रेस और राजद विधायकों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नया नेता चुना है। सरायकेला से विधायक चंपई सोरेन अभी हेमंत कैबिनेट में मंत्री हैं। लेकिन हेमंत सोरेन से चंपई सोरेन का पारिवारिक रिश्ता नहीं है। हालांकि अलग राज्य झारखंड की मांग को लेकर गठित हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के सह संस्थापकों में से एक चंपई सोरेन, शिबू सोरेन के करीबी रहे हैं। वैसे चंपई का राजनीतिक जीवन तो निर्दलीय विधायक के रूप में शुरू हुआ। लेकिन भाजपा के अर्जुन मुंडा सरकार में पहली बार उन्हें कैबिनेट में जगह मिली थी। इसके बाद इस बार हेमंत सरकार में भी उन्हें मंत्री बनाया गया है।
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झारखंड टाइगर के नाम से हैं मशहूर
झारखंड टाइगर नाम से मशहूर चंपई सोरेन अब राज्य के 12वें मुख्यमंत्री होंगे। चंपई सोरेन अभी झारखंड के कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री हैं। सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले चंपई सोरेन किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। अर्जुन मुंडा की 2 साल, 129 दिन की सरकार में झामुमो नेता चंपई सोरेन को मंत्री बनाया गया था। इसके बाद हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी जेएमएम की पहली सरकार में भी चंपई सोरेन मंत्री बने थे। दूसरी बार 2019 में फिर से हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रखा गया है। चंपई सोरेन झामुमो के उपाध्यक्ष भी हैं।