रांची: राज्य के सीएस खियांग्टे बीते कल सेवानिवृत हो गए। उनके सेवानिवृत्ति के साथ ही राज्य के सीएस का पद भी रिक्त हो गया। हालांकि पूर्व में ऐसी चर्चा चली थी की उनके काय्रकाल को तीन महिने के लिए बठ़ाया जा सकता है परंतु ऐसा हुआ नहीं। सामान्यत: सीएस के पद की गंभीरता को देख कर पहले ही राज्य सरकार इस पद पर नियुक्ति करती है परंतु चुनाव के समय इसपद का रिक्त हो जाना, लोगों को अपनी बात सीएम तक पहुंचाने में बाधा उत्पन्न करेगा। वहीं इस बात को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स से ट्वीट का चुनाव आयोंग से अनुरोध किया है कि इस पर जल्द से जल्द संज्ञान लेकर कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने इस मामले को लेकर सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है।
बाबूलाल ने कहा कि जैसी जानकारी मिल रही है कि झारखंड के निवर्तमान मुख्य सचिव श्री खियांग्टे आज अपराह्न सेवानिवृत्त हो गये। झारखंड सरकार की ओर से इस पद पर किसी की नियुक्ति नहीं करने के कारण राज्य में अभी कोई मुख्य सचिव नहीं है। यह अराजकता की पराकाष्ठा है। मैं भी राज्य का मुख्यमंत्री रहा हूँ। मुख्यमंत्री के पास कोई भी संचिका मुख्य सचिव के माध्यम से ही भेजी जाती है। असमान्य परिस्थितियों में भी किसी के मुख्यमंत्री पद से हटने पर भी दूसरे किसी के पद ग्रहण करने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहने की व्यवस्था है ताकि एक क्षण के लिये भी राज्य का शासन नेतृत्व विहीन नहीं रहे। लेकिन झारखंड में सारी संवैधानिक व्यवस्था को मज़ाक़ बनाकर चुनाव कार्य जैसे महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील समय में भी राज्य के सबसे महत्वपूर्ण एवं शासन के प्रमुख मुख्य सचिव के पद को ख़ाली रखकर मनमर्ज़ी से शासन चलाने का काम किया जा रहा है। @ECISVEEP से अनुरोध है कि वह इस गंभीर विषय का संज्ञान लेकर बिना विलंब कारवाई कर राज्य के शासन में संवैधानिक व्यवस्था का सख़्ती से पालन कराये।