नयी दिल्ली: मणिपुर में हिंसा पर राजनीति को गरमाने वाले विपक्ष पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा कड़ा प्रहार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मणिपुर हिंसा पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के पत्र को लेकर उन्हें पत्र लिखा है। भाजपा अध्यक्ष ने अपने पत्र में कांग्रेस और उसकी समान विचारधारा वाली पार्टी के उद्देश्यों पर गंभीर सवाल कर कई मुद्दों पर घेरा है। पत्र में लिखा है, “चौंकाने वाली बात यह है कि मणिपुर में स्थिति को सनसनीखेज बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा बार-बार प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि आप भूल गए हैं कि न केवल आपकी सरकार ने भारत में विदेशी उग्रवादियों के अवैध प्रवास को वैध बनाया, बल्कि तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने उनके साथ संधियों पर हस्ताक्षर किए थे! इसके अलावा, गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने देश से भागने वाले इन ज्ञात उग्रवादी नेताओं को उनके अस्थिर करने के प्रयासों को जारी रखने के लिए पूरे दिल से समर्थन और प्रोत्साहन दिया गया।
आपकी सरकार के तहत भारत की सुरक्षा और प्रशासनिक प्रोटोकॉल की यह पूरी तरह से विफलता एक प्रमुख कारण है कि उग्रवादी और आदतन हिंसक संगठन मणिपुर में कड़ी मेहनत से हासिल की गई शांति को नष्ट करने और इसे कई दशकों पीछे अराजकता के युग में धकेलने का प्रयास कर रहे हैं। हालाँकि, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूँ कि कांग्रेस के विपरीत, हमारी सरकार किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं होने देगी। भारत की प्रगति को पटरी से उतारने की चाहत रखने वाली विदेशी ताकतों के गठजोड़ का समर्थन और प्रोत्साहन देने वाले कांग्रेस नेताओं का यह पैटर्न वास्तव में चिंताजनक है। इन व्यक्तियों के दुर्भावनापूर्ण इरादों को पहचानने में इस विफलता के परिणामस्वरूप, आपकी पार्टी अक्सर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलती नज़र आती है। क्या यह विफलता कांग्रेस की सत्ता की लालसा के कारण उत्पन्न दुर्भाग्यपूर्ण अंधेपन का परिणाम है या लोगों को विभाजित करने और हमारे लोकतंत्र को दरकिनार करने की सावधानीपूर्वक तैयार की गई रणनीति का हिस्सा है, यह हमारे देश को जानने का हक है। बता दें मणिपुर हिंसा को लेकर राहुल गांधी ने भी लगातार सरकार विरोधी भाषण दिए है। साथ ही कांग्रेस पाटीर् इस मुद्दे पर सरकार को घेरना चाहती है। मणिपुर का मामला हाल ही में सम्पन्न हुए महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव में भी सुनाई दिया। जिसमें मोदी सरकार पर मणिपुर मामले में मौन रहने का आरोप भी लगाया गया। बता दें विपक्ष के इस रवैये पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा राष्ट्रपति को लिखे गए पत्र के जवाब में एक पत्र लिखा है।