रांची: सीएम के हेलीकॉप्टर को रोके जाने के मामले को लेकर जेएमएम के केंद्रीय महासचिव औऱ प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज प्रेस वार्ता कर कहा कि पीएम की सुरक्षा का हवाला देकर हेमंत सोरेन के हेलीकॉप्टर को रोक दिया गया। जबकि नियम के मुताबिक हेमंत के हेलीकॉप्टर को तय सीमा और परिधि के बाहर से उड़ान भरना था। सुप्रियों ने कहा कि ये एक गंभीर मामला है, ये एक प्रकार से हेमंत सोरेन को जनता की पहुंच से करने का मामला है। उनकी सुरक्षा से जुड़ा मामला है। इसके लिए हमने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर शिकायत की है। आगे उन्होने कहा कि, हमारा मानना है कि इस मामले में हेमंत सोरेन की सुरक्षा को खतरा था। इसके पीछे एक साजिश है। ऐसे इलाके में हेलीकॉप्टर को डेढ़ रोका गया जहां से कम्युनिकेशन का कोई साधन नहीं था।
सुप्रियों ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने इसका गंभीरता से संज्ञान नहीं लिया। कहा, हम पहले से कहते आ रहे हैं कि चुनाव आयोग और बीजेपी में घनिष्ठता है। जेएमएम नेता ने आगे कहा, चुनाव आयोग से हमने पहले ही कहा था, त्योहारों को देखते हुए चुनाव की तिथियों को आगे बढाया जाये। लेकिन हमारी एक नहीं सुनी गयी। अब इसी चुनाव आयोग ने यूपी में कार्तिक पूर्णिमा को लेकर चुनाव की तिथि को आगे बढा दिया है। जबकि यूपी में उपचुनाव में होने वाले हैं। अयोध्या में ये लोग चुनाव हार गये। फिर से इनको यूपी के उपचुनाव में हार का डर सताने लगा है इसलिए तिथियों का ये खेल चल रहा है। कहा अयोध्या में जनता ने बता दिया कि राजनीति में अगर धर्म को मिलाएंगे तो, ये जनता को बर्दाश्त नहीं होगा। बीजेपी पर निशाना साधने हुए कहा कि यहां भी बीजेपी नेताओं की ओर से मुसलमानों को लेकर धार्मिक बयान दिये जा रहे हैं। इतना होने पर भी चुनाव आयोग खामोश है।
पीएम की सुरक्षा के नाम पर पूरे झारखंड को एरियर अरेस्ट कर लो। सुप्रियो ने कहा, चुनाव आयोग का जो पूरा रवैया है, ये गंभीर सवाल पैदा करता है। हमारे मामले चुनाव आयोग का अलग रुख है वहीं बीजेपी के मामले में अलग रुख है। कहा हिंदुओं का महापर्व छठ आज से शुरू हो गया। एक बड़ी आबादी राज्य से बाहर चली गयी। 12-13 नवंबर को उनको लौटना है। कहा कि इस तरह उनको मताधिकार से वंचित किया जा रहा है। सुप्रियो ने आरोप लगाया कि यूपी की तरह ही हरियाणा की चुनाव की तिथियों को बदला गया और नतीजों को अपने फेवर में किया गया। यही साजिश यूपी में भी रची जा रही है। वहां अगर 10 नवंबर को चुनाव होता, उसका जो ट्रेंड सामने आता, तो झारखंड में तो चुनाव हार ही रहे हैं, महाराष्ट्र में भी इसका असर होगा।