झारखंड में इस्तीफा देने के बाद ईडी के गिरफ्त में आए हेमंत सोरेन को गुरुवार, 1 फरवरी को कोर्ट में पेश किया गया। पीएमएलए कोर्ट में ईडी ने 10 दिनों की रिमांड मांगी। लेकिन कोर्ट ने ईडी की मांग तत्काल नहीं मानी है। कोर्ट ने हेमंत सोरेन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। यह न्यायिक हिरासत एक दिन की है। गुरुवार को दो घंटे तक इस मामले की सुनवाई हुई और अब इसकी सुनवाई दो फरवरी को भी होगी। लेकिन इस प्रक्रिया के बीच हेमंत सोरेन की गुरुवार की रात रांची के होटवार जेल में ही कटेगी।
ईडी का कहना है कि 10 समन दिए गए हैं और दो बार की पूछताछ की गई है। अभी और भी सवाल हैं, जिनके जवाब आने हैं। दूसरी ओर हेमंत सोरेन का कहना है कि जिस जमीन को लेकर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है, वो ऐसी जमीन है कि उसे न खरीदा जा सकता है और न बेचा जा सकता है। ईडी साबित करे कि वो जमीन मेरे नाम पर है।
दूसरी ओर झारखंड में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया अभी तक लंबित है। 31 जनवरी की रात ही चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया। लेकिन राज्यपाल से उन्हें आमंत्रण नहीं मिला है। हालांकि गुरुवार को राज्यपाल ने पांच नेताओं को शाम 5.30 बजे आने की अनुमति दी है। इसमें जेएमएम के चंपई सोरेन, कांग्रेस के आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता और CPI (ML) के विनोद सिंह शामिल होंगे।
वहीं शुक्रवार का दिन हेमंत सोरेन के लिए दो कोर्ट्स में महत्वपूर्ण होगा। एक ओर हेमंत सोरेन के अरेस्ट और रिमांड के मामले में रांची में पीएमएलए कोर्ट में सुनवाई होगी। तो दूसरी ओर ईडी के एक्शन के खिलाफ सोरेन की याचिका पर 2 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई करेगी। हेमंत को कपिल सिब्बल डिफेंड करेंगे।