1 जून को होने वाले मतदान प्रक्रिया के लिए 31 मई को पुलिस लाइन स्थित डिस्पैच सेंटर से 1006 बूथों के पीठासीन पदाधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों को रवाना किया गया था। इस बीच मंडरो के सीआई जगदेव दास जिनकी उम्र करीब 57 साल थी, उनकी मौ’त हो गई है।
जगदेव दास मोटरसाइकिल से किसी के साथ बूथ के लिए रवाना हुए थे। इसी दौरान बीच रास्ते में ही उसकी तबीयत खराब होने लगी तो, उन्हें वापस लाया गया। खराब तबीयत को देखते हुए उन्हें सीआई नगर थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में उनके किराए के घर पर पहुंचा दिया गया। वहां से उनके साथ रहने वाली अनुसुइया देवी उन्हें लेकर अस्पताल पहुंची। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृ’त्यु घोषित कर दिया।
मृ’त्यु की जानकारी मिलने के बाद सदर एसडीओ ओंगारनाथ स्वर्णकार सहित तमाम पदाधिकारी देखने पहुंचे। वहीं, पुलिस ने श’व को कब्जे में लेकर पोस्ट’मॉर्टम के लिए भेज दिया। खबर मिलने के बाद जगदेव दास का बेटा भागलपुर से साहिबगंज पहुंचा। उसने बताया कि उसकी मां की मौ’त 2020 में ही हो चुकी है और उसकी दो बहनों की भी शादी हो चुकी है। उसने ये भी बताया कि वे नहीं जानता कि उसके पिता के साथ रहने वाली अनुसुइया देवी कौन है।
जगदेव दास जिला के मंडरो अंचल में राजस्व उप निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे। सदर एसडीओ ओंगारनाथ स्वर्णकार ने कहा कि निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन के तहत मृ’तक के परिजन को लाभ दिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि फिलहाल ये जांच का विषय है कि उनका उत्तराधिकारी कौन है।