रांची: रहस्यमय तरीके से अपने घर लौटते वक्त लापता हुए बरियातु प्रखंड के पूर्व उपप्रमुख रहे गौरी शंकर उरांव (47) का कंकाल झाड़ियों के बीच से बरामद हुआ। बता दें लापता होने के 39वें दिन रांची जिला अंतर्गत मैक्लुस्कीगंज थाने के बघमरी पिकेट से लगभग 200 मीटर की दूरी पर झाड़ियों से बरामद करने में पुलिस को सफलता हाथ लगी है। इसे लेकर बालूमाथ थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि शव के पास से मोबाइल, बाइक, पर्स समेत अन्य चीजें भी बरामद की गई हैं। बरामद कंकाल का डीएनए परीक्षण भी कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि मामले का पटाक्षेप शीघ्र होगा। पुलिस तमाम बिंदुओं पर जांच कर रही है। वहीं पूर्व उपप्रमुख गौरी शंकर उरांव की पत्नी लक्ष्मी देवी के अनुसार पिछले 14 अक्टूबर को निजी काम से मेरे पति रांची गए थे। 15 अक्टूबर को मोटरसाइकिल से अपने घर खुटेरबर लाटू, बरियातू वापस आ रहे थे।
रात 8:30 बजे मैकलुस्कीगंज के एक होटल में राजकुमार उरांव ग्राम झाबर, बालूमाथ के साथ खाना खा रहे थे कि इसी बीच किसी व्यक्ति का फोन आया था। खाना छोड़कर वह बाहर निकल कर बात करने लगे थे और बिना राजकुमार को कुछ बताए मोटरसाइकिल लेकर बालूमाथ की ओर चल पड़े थे। जब देर रात तक घर नहीं पहुंचे तो पुनः रात 11:30 बजे भी कॉल किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया था। गौरीशंकर उरांव का लास्ट लोकेशन बालूमाथ थाना क्षेत्र के भगिया तक मिला था। उसके बाद गौरी शंकर उरांव का मोबाइल ऑफ हो गया था। जब काफी देर तक फोन नहीं मिला तब अनहोनी की आशंका से परेशान होकर पत्नी ने बालूमाथ थाना प्रभारी को आवेदन देकर सकुशल बरामदगी की गुहार लगाई थी। लापता पूर्व उपप्रमुख गौरी शंकर उरांव के लापता होने पर फुलसू पंचायत के पूर्व मुखिया अर्जुन उरांव ने बताया कि गौरी शंकर के लापता के होने के दूसरे दिन से ही बालूमाथ चंदवा, बरियातू, खलारी सहित अन्य संभावित स्थानों पर खोजबीन की गई, परंतु कुछ पता नहीं चल पाया था। वहीं आज गौरी शंकर की बाईक पर्स और अन्य सामान के साथ एक कंकाल की बरामदगी भी हो चुकी है। मिले हुए सभी वस्तुओं को देख कर ऐसा लग रहा कि यह कंकाल गौलीशंकर का ही है। लेकिन पुख्ते तौर पर डीएनए रिपोर्ट के बाद ही कहा जा सकता है।