धनबाद: खबर ऐसी है जिसे सुनकर होश उड़ जाय। अबतक माता सीता के धरती में समाने की कथा का हम श्रद्धपूर्वक श्रवण करते थे। परंतु कलियुग में भी धरती फट पड़ी है और उसमें एक महिला समा गयी। फर्क इतना है त्रेतायुग में धर्म से जुड़ी ये महत्वपूर्ण तथ्य है और धनबाद में घटने वाली ये घटना मानवीय भूल के कारण हुआ एक हादसा है। बता दें धनबाद के भाटडीह ओपी क्षेत्र अंतर्गत मुरलीडीह नीचे बस्ती में एक महिला घर के दरवाजे के बाहर झाड़ू लगा रही थी। इस दौरान अचानक तेज आवाज के साथ जमीन फट गई और देखते ही देखते महिला धरती के अंदर समा गई।
इस दौरान गनीमत रही कि गोफ ज्यादा गहरा नहीं था। घटना के दौरान स्थानीय महिलाएं भी पास में ही खड़ी थी। आनन फानन मौके पर महिला को बांस के सहारे बाहर निकाला गया। वहीं महिला के बाहर निकलते ही गोफ की गहराई और चौड़ाई धीरे-धीरे बढ़ने लगीं। धीरे धीरे गोफ के प्रभाव से उक्त मकान से सटे आसपास के मकानों में भी दरारें आ गई। यह मंजर देख वहां के लोगों के होश उड़ गए। विस्तार से बताएं तो यहां के रहने वाले मोती महतो की पत्नी लक्ष्मी देवी अपने घर के दरवाजे के पास झाड़ू लगा रही थीं कि तभी भू-धंसान की घटना घटी। इस घटना के बाद कुछ समय के लिए गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। वहीं ग्रामीणों ने बताया गनीमत रही कि घटना के समय आसपास गांव की अन्य महिलाएं मौजूद थी। जिन्होंने लक्ष्मी को बांस के सहारे खींचकर बाहर निकाला।
इधर घटना की सूचना पाकर बीसीसीएल के माइनिंग कर्मचारी मौके पर पहुंचे और गोफ को जेसीबी मशीन से भर दिया। उधर इस घटना के बाद ग्रामीणों ने विरोध जाहिर करते हुए प्रबंधन से तत्काल पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग की है। इस बीच घटना की सूचना पर धनबाद सांसद ढूल्लू महतो के बड़े भाई शरद महतो मौके पर पहुंचे। घटना को लेकर उन्होंने बीसीसीएल के स्थानीय जीएम अरिंदम मुस्तफी को फटकार लगायी। शरद महतो ने कहा कि इतनी बड़ी घटना घट चुकी है। लोग घटना से काफी भयभीत हैं कि कब क्या अनहोनी हो जाए। उन्होंने ग्रामीणों को तत्काल सुरक्षित स्थान में शिफ्ट कराने और पुनर्वास की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की।