रांची : पूर्व मंत्री स्वर्गीय अब्दुर रज्जाक अंसारी एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती कांग्रेस भवन में मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर उपस्थित थे। इस अवसर पर दोनों विभूतियों को नमन करते हुए अतिथियों में उपस्थित नेताओं कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर श्री मीर ने कहा कि स्वर्गीय अंसारी सरल एवं सादगी का प्रतीक थे। गरीब परिवार में जन्मे स्वर्गीय अंसारी ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से शिक्षा ग्रहण की थी। बुनकरों की समस्याओं के समाधान के लिए वह हमेशा प्रयत्नशील रहे उनके अथक प्रयास से ही छोटा नागपुर रीजनल विवर्स हैंडलूम लिमिटेड की स्थापना की गई। उनके सपनों को पूरा करने के लिए कैथ लैब सुपर स्पेशलाइज्ड हृदय चिकित्सा केंद्र की स्थापना हुई,आज यह चिकित्सा केंद्र स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अभूतपुर्व चिकित्सा प्रदान कर रही है। श्री मीर ने कहा कि स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक और राजनीतिज्ञ थे वह हमेशा गरीबों शोषितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहे, और उनकी सेवा के लिए हमेशा तैयार रहे। उन्होंने बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री पद को शोभित किया। अपने शासनकाल में बिहार में हिंदी को राज्य भाषा की आधिकारिक भाषा बनाया। समाज में दिए योगदान को देखते हुए उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। इस अवसर श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में विधायक दल के उप नेता राजेश कच्छप,राजेश ठाकुर,दीपिका पांडे सिंह,सुरेश बैठा, मंजूर अहमद अंसारी, रोशन लाल भाटिया ,रविन्द्र सिंह,राजीव रंजन शहजादा अनवर राकेश सिन्हा,सोनाल शांति, आभा सिन्हा ,अभिलाष साहू, अनवार अहमद अंसारी, नीरज खलखो, राजन वर्मा,रमा खलको,रियाज अहमद,जगदीश साहु,गुंजन सिंह,नेली नाथन, पूर्णिमा सिंह,अख्तर अली, हुसैन खान, के के गिरि,मंजर मुजीबी, अरदुल कादरी,मोहम्मद अली,सलीम खान, तौहीद अख्तर, मो नसीम अंसारी, गुलाम रब्बानी, मो शरीद अंसारी, मो. नईम अंसारी, अजमल अंसारी, फिरोज अहमद, महमुद अंसारी, गुलजार अंसारी, शकील अंसारी, अली अंसारी, डॉ. भवन मोहन, विनोद कुशवाह, छोटू सिंह, हिदयनन्द यादव, सलमा परवीन, जगरनाथ साहु, शयमल किशोर सिंह, राज किशोर सिंह, सदाब खान, सुरेन राम, शशि भूषण, प्रभात कुमार, संजय कुमार चमन लाल मुण्डा, सुजीत पटेल, प्रेमनाथ विश्वकर्मा आदि उपस्थिति हुए।