धनबाद: साईबर क्राईम को लेकर सतर्क साइबर थाना पुलिस ने प्रतिबिंब पोर्टल के जरिये चार साइबर अपराधियों को धर दबोचा है। सभी की गिरफ्तारी सरायढेला थाना क्षेत्र के तपोवन कॉलोनी से हुई है। इन अपराधियों के पास से कई सामान बरामद किये हैं। गिरफ्तार अपराधी किराये के मकान में छिपकर साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे थे। इसे लेकर की गयी प्रेस वार्ता में साइबर डीएसपी संजीव कुमार ने बताया कि साइबर अपराधियों के पास से कई सामान बरामद हुए है। साइबर डीएसपी के अनुसार, गिरफ्तार अपराधियों की पहचान कृष्णदेव कुमार (तेतुलमारी थाना क्षेत्र निवासी), दीप नारायण यादव व नीतीश कुमार (बांका, बिहार निवासी) और पंकज कुमार यादव (जमुई, बिहार निवासी) के रूप में हुई है. इनके पास से 24 मोबाइल, 21 सिम कार्ड, एक आईपैड, एक लैपटॉप, तीन जियो फाइबर, एक एयरटेल फाइबर, दो डायरी-कॉपी, एक पासबुक, पांड क्यूआर कोड बोर्ड और साइबर ठगी से संबंधित अन्य कागजात बरामद हुए हैं।
इस बार साईबर ठगों ने ओएलएक्स की तर्ज पर पुराने फर्नीचर या अन्य सामान कम कीमत पर बेचने का प्रलोभन देते थे। साइबर पुलिस के अनुसार, साइबर अपराधी सरकारी अधिकारियों का फेक अकाउंट बनाते थे और लोगों को पुराने फर्नीचर या अन्य सामान कम कीमत पर देने का प्रलोभन देते थे। साथ ही ऑनलाइन बेटिंग के जरिये भी ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन आरोपियों ने दो अलग-अलग व्यक्तियों से 30,000 और 15,000 रुपये की ऑनलाइन ठगी की है। इसके साथ ही डीएसपी ने लोगों को कहा कि किसी को भी मकान किराए पर देने से पहले उनकी जांच कर लें कि उनका रिकार्ड कैसा है। डीएसपी ने कहा है कि साइबर अपराधी जिस घर में किराये पर रह रहे थे, उसके मालिक से भी पूछताछ की जायेगी। अगर उसकी अपराधियों के साथ किसी भी प्रकार की संलिप्तता पायी गयी तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी। संजीव कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी व्यक्ति को मकान किराये पर देने से पहले उसकी पूरी तरह से छानबीन जरूर करें।