[Team Insider] नशे के कारोबारियों और अपराधियों के खिलाफ चतरा पुलिस पूरी तरह से मोर्चा खोल चुकी है। पुलिस द्वारा लगातार अभियान चलाकर अपराधी और तस्करों की गिरफ्तरी भी की जा रही है। वही पुलिस की गुप्त योजना अब अफीम तस्करों समेत नशे के सौदागर अपराधियों को महंगा पड़ने वाला है। अब तस्करों को अपनी संपत्ति से हाथ धोना पड़ सकता है। या फिर सलाखों के पीछे अपनी जिंदगी काटने को मजबूर होना पड़ेगा। खासकर वह तस्कर जो अफीम और ब्राउन शुगर की तस्करी की घटनाओं को अंजाम देने के मामले में पहले ही जेल की हवा खा चुके हैं।
एनडीपीएस एक्ट के तहत अफीम तस्करों की संपत्ति होगी जप्त
इन अपराधियों और तस्करों को चिन्हित किया जायेगा। वही कानून में अंकित प्रावधानों के तहत उनके विरुद्ध थाना हाजिरी, जिला बदर व सीसीए एक्ट लगाकर उन्हें लंबे समय के लिए जेल भेजने की कार्रवाई में जुट गई है। फिलहाल चिन्हित सभी अपराधियों के नाम को पुलिस अभी सार्वजनिक नहीं कर रही है। एसपी राकेश रंजन के अनुसार थाना क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन अपराधियों को चिन्हित किया जा चुका है। अपराधियों की जानकारी हासिल करने के बाद उसका संपूर्ण ब्यौरा सार्वजनिक किया जाएगा । एसपी ने बताया कि अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई एनडीपीएस के तहत की जा रही है । झारखंड का संभवत चतरा पहला जिला है। जहां मादक पदार्थ तस्करी और अपराध में संलिप्त तस्करों और अपराधियों के विरूद्ध इस तरह की बड़ी कार्रवाई की जा रही है।
अपराधियों के विरुद्ध ऐतिहासिक कार्रवाई
अफीम और ब्राउन शुगर के गोरखधंधे में संलिप्त माफियाओं व अपराधियों ने गैर कानूनी तरीके से अकूत संपत्ति अर्जित की है। अपराधियों और नशे के सौदागरों के द्वारा चतरा से लेकर राजधानी रांची और देश की राजधानी दिल्ली समेत अलग-अलग राज्यों के विभिन्न जिलों में करोड़ो की संपत्ति बनाई है। संपत्ति का ब्यौरा प्राप्त होते ही पुलिस चिन्हित तस्करों और अपराधियों के विरुद्ध ऐतिहासिक कार्रवाई करेगी।