रांची: भाजपा की गोगो दीदी योजना को लेकर झामुमो की आपत्ति के बाद भाजपा ने भी अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। बता दें असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने सीएम के पोस्ट पर कड़ी आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए असम सरकार के मुख्यमंत्री एवम झारखंड भाजपा चुनाव सह प्रभारी हिमंत विश्व शरमा ने कहा कि चुनाव आयोग की आदर्श आचार संहिता चुनाव अधिसूचना जारी होने की तिथि से प्रभाव में आती है।
अधिसूचना जारी होने तक, प्रत्येक राजनीतिक दल को अपने कार्यक्रम संचालित करने का अधिकार है। कहा जब तक हम किसी नियम या संवैधानिक प्रावधान का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं, हमारी गतिविधियों में राज्य सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप अवैध माना जाएगा। मालूम हो कि बीजेपी की गोगो दीदी योजना को लेकर भरे जा रहे फार्म पर आपत्ति जताते हुए सोमवार को जेएमएम की तरफ के सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट किया गया। अपने पोस्ट में जेएमएम की तरफ से कहा गया कि “भाजपा लगातार केंद्रीय चुनाव आयोग के नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है- और कमीशन सो रहा है।
आखिर भाजपा को नियम तोड़ने की विशेष छूट है क्या? आखिर इतने छूट के बाद भी 240 ही क्यों? चुनाव आयोग कहता है की किसी भी तरह का फॉर्म नहीं भरवाया जा सकता है। पर भाजपा के नेता, दल-बदलू लगातार इसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं और केंद्रीय चुनाव आयोग शांत है। मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी संज्ञान लें अन्यथा INDIA भी अब ऐसे हथकंडे अपनाएगी।” मालूम हो कि हेमंत सोरेन की मंईयां योजना के समरूप बीजेपी दावा कर रही है कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो वो मंईयां योजना से भी बेहतर गोगो दीदी योजना की शुरुआत राज्य में करेंगे।
बीजेपी का कहना है कि मंईयां योजना में जहां महिलाओं को 1000 रुपये की राशि दी जा रही है, वहीं गोगो दीदी योजना में 2100 रुपये हर महिला को दिया जाएगा। चुनाव से पहले ही बीजेपी की तरफ से गोगो दीदी के लिए एक फॉर्म भरवाया जा रहा है। इसी फार्म भरवाने का विरोध जेएमएम की तरफ से किया जा रहा है। इसे लेकर जेएमएम ने सोशल मीडिया पोस्ट के साथ चुनाव आयोग के एक प्रेस नोट को भी अटैच किया है। जेएमएम के इस पोस्ट क बाद सीएम हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए एक्स पर किए गए पोस्ट को सीएम हेमंत सोरेन के एक्स हैंडल से पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा गया है कि और कहा कि “सभी उपायुक्त संज्ञान लें एवं सुनिश्चित करें की केंद्रीय चुनाव आयोग के सभी नियमों का सख्ती से पालन हो. झारखंड में किसी को केद्रीय चुनाव आयोग के नियमों को तोड़ने की आज़ादी नहीं है।
सभी उपायुक्त दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें एवं सुसंगत धाराओं में मुकदमा कायम करते हुए सूचना दें।” वहीं अब इस पोस्ट को लेकर बीजेपी खेमे में हलचल तेज हो गई और विपक्ष ने सीएम हेमंत सोरेन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।