रांची: भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) द्वारा आयोजित युवा आक्रोश रैली में प्रशासन द्वारा लगाए गए कंटीले तारों ने जहां इनके रैली में अवरोध उत्पन्न किया है वहीं इसे लेकर बीजेपी के नेताओं ने अपना आक्रोश मंच से जाहिा किया है। इसी कड़ी में मोरहाबादी से भाजपा नेता भानू प्रताप शाही ने हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर प्रहार किया। इस रैली में जुटे हजारों युवाओं की भीड़ को संबोधित करते हुए शाही ने कहा कि वर्तमान सरकार ने युवाओं से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है और इसे लेकर युवाओं में गहरा आक्रोश है। भानू प्रताप शाही ने कहा, “हेमंत सोरेन सरकार ने नौकरी और बेरोजगारी भत्ता देने के वादे किए थे, लेकिन अब तक इन वादों को पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने 2020 में घोषणा की थी कि हर साल 5 लाख नौकरियाँ दी जाएंगी और बेरोजगारी भत्ता भी प्रदान किया जाएगा।
लेकिन पांच साल बाद भी ये वादे अधूरे हैं।”इधर नियोजन नीति को लेकर हेमंत सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि सोरेन सरकार ने झारखंड में नियोजन नीति को भी सही तरीके से लागू नहीं किया। “सरकार ने 60-40 का नियोजन नीति लागू किया, जो कि सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। झारखंड के मूलवासी और आदिवासी युवाओं को नौकरियों से वंचित किया जा रहा है।”शाही ने यह भी कहा कि हाल ही में नगर निकाय चुनावों के दौरान बाहरी राज्यों के लोगों को नौकरी दी गई, जबकि स्थानीय युवाओं को अवसर नहीं मिला। अपने सम्बोधन में भानू प्रताप शाही ने हेमंत सोरेन को “सबसे बड़ा डरपोक मुख्यमंत्री” करार दिया। इसके साथ ही कहा कि उनकी सरकार ने मोरहाबादी मैदान को चारों ओर से कटीले तार लगाकर घेर लिया है, जो कि युवाओं की आवाज को दबाने की कोशिश का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “हेमंत सोरेन जी, यह कटीले तार आपकी नाकामयाबी और डर का प्रतीक हैं। झारखंड के युवाओं की आवाज को आप रोक नहीं सकते, और जब तक आप कुर्सी पर हैं, यह आवाज उठती रहेगी।”इस रैली में जुटे भीड़ को शाही ने संबोधित करते हुए सरकार को शाही ने यह भी चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्दी से अपना रवैया नहीं बदला और युवाओं को उनके हक नहीं दिए, तो भाजपा आगामी चुनावों में उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी ताकत लगा देगी ।