रांची: शुक्रवार को बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर आरोप लगाया कि वो झारखंड नहीं अपने निजी परिवार के विकास पर काम करते है। उन्हे झारखंड के विकास से कोई लेना देना नही है। इसक साथ ही भजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि खुद को अबुआ सरकार कहने वाली झामुमो कांग्रेस ने झारखंड के आदिवासी बहुल गांवों को उपेक्षित रखा। हेमंत सरकार के आदिवासी विरोधी रवैए के कारण झारखंड के आदिवासी बहुल गांवों में सड़क, पुल-पुलिया जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। बच्चों को स्कूल आने जाने के लिए बच्चों को पैदल ही काफी दूरी तय करनी पड़ती है, स्थानीय आदिवासी बंधु मरीजों को कंधे के सहारे खटिया पर ले जाने को मजबूर रहते हैं। एक ओर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के माध्यम से झारखंड समेत देशभर के 63,000 आदिवासी बहुल गांवों को विकसित करने की पहल शुरू की है। प्रधानमंत्री जी के इस अभियान से 5 करोड़ आदिवासी भाई बहन आर्थिक और सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनेंगे। जल जंगल जमीन का झूठा नारा देने वाली हेमंत सरकार के एजेंडे में आदिवासी समाज का विकास नहीं, बल्कि अपने निजी परिवार का विकास रहा है। हेमंत सोरेन 5 साल लगातार आदिवासी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होकर घुसपैठियों को बसाने में लगे रहे। आदिवासी समाज आगामी विधानसभा चुनाव में झामुमो कांग्रेस को करारा जवाब देगा।