रांची: भाजपा के राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट में साल 2023 की एक नाटिस को जारी कर कहा कि जून 2023 के इस निर्देश में झारखंड सरकार की पुलिस का खुफिया विभाग भी मान रहा है कि राज्य में घुसपैठिए हैं और उन्हें मदरसों में पनाह दी जा रही है। कल तो झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने घुसपैठियों को सरकारी सुविधाएं देने का ऐलान भी कर दिया। लेकिन अब तक जेएमएम या कांग्रेस के किसी भी नेता ने उनके बयान का खंडन नहीं किया है।
ये राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है और जनजातीय समाज को उनके ही प्रदेश में लघु सांख्यिक बना देने का षड्यंत्र। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे की चुप्पी घुसपैठियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। बता दें झारखंड के 2024 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रोहिंग्या घुसपैठ का मुद्दा जोरों शोरों से उठाया है। साथ ही संथाल परगना और पूरे झारखंड में मुसलिम आबादी के आया से अधिक बढ़ने का कारण घुसपैठ को बताया है। बीजेपी ने घुसपैट को झारखंड के लए गंभीर खतरा बताया है। मुस्लिम रोहिंग्या से रोटी बेटी माटी का खतरा कहते हुए बीजेपी ने इसे जेएमएम के वोट बैंक की राजनीति करार दे कर चुनावी मुद्दा बनाया है। बता दें पिछले कुछ सालों से झारखंड में लव जिहाद की घटनाओं में इजाफा हुआ है। रूबिका पहाड़न की निर्मम हत्या और आदिवासियों की बेटी के साथ जबरण विवाह के मामले अब चुनावी मुद्दे के रूप में उभर कर सामने आए हैं।