रांची: दो दिवसीय परीक्षा के लिए की गयी इंटरनेट बंदी को लेकर बाबूलाल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा कि हेमंत सोरेन ने झारखंड के आदिवासियों और युवाओं के साथ धोखा करते-करते अब माननीय उच्च न्यायालय के साथ भी ‘फ्रॉड’ कर दिया है। विगत दो दिनों तक हुई इंटरनेट बंदी ने राज्य में आम जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। अब जो जानकारी प्राप्त हो रही है उसके अनुसार, राज्य सरकार ने माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष इंटरनेट बंदी का तथ्य छिपाकर झूठा शपथ पत्र दायर किया। माननीय न्यायालय को सरकार के द्वारा झूठ बोलकर बरगलाने का यह कुत्सित प्रयास बेहद गंभीर है।
हेमंत सरकार की यह ओछी हरकत साबित करती है कि उन्हें ना तो राज्य के युवाओं पर भरोसा है, ना ही माननीय उच्च न्यायालय पर। अब तक घुसपैठ और जनसरोकार से जुड़े कई मुद्दों पर हेमंत सोरेन की सरकार न्यायालय के सामने झूठ बोलकर फर्जी शपथ पत्र दायर करते आई है। लेकिन इस बार इंटरनेट बंदी कर जनता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन कर हेमंत सरकार ने धोखेबाजी की सारी सीमाएं लांघ दी है। झूठ बोलना, धोखेबाजी करना हेमंत सोरेन के चरित्र में शामिल हो चुका है। माननीय उच्च न्यायालय द्वारा तमाचा मारे जाने और फ्रॉड का उद्भेदन किए जाने के बाद से ही हेमंत सोरेन तिलमिलाए हुए हैं। भ्रष्ट अधिकारियों, कुछ पोषित पत्रकारों और यूट्यूब चैनलों के माध्यम से JSSC CGL परीक्षा में हुई गड़बड़ी और इंटरनेट बंदी पर माननीय उच्च न्यायालय के फटकार को छुपाने का प्रयास कर रहे हैं। हेमंत जी, आपने झूठ और मक्कारी की सारी हदें पार कर दी है। झूठ पकड़ाए जाने के बाद युवाओं को हड़काने का प्रयास करने वाले हेमंत सोरेन की हेकड़ी निकली गई है।