जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के खिलाफ एसीबी जांच का आदेश जारी होते ही भाजपा सरयू राय के खिलाफ हमलावर है। वैसे सरयू राय ने किसी भी जांच से खुद को तैयार होने की बात कही और उन्होंने चुनौती देते हुए कहा है, कि एसीबी उन पर लगे आरोपों की जांच करें। इधर सरयू राय और हाईकोर्ट के अध्वक्ता राजीव कुमार के बीच संबंधों को लेकर भाजपा ने सरयू राय पर निशाना साधते हुए कहा कि दोनों के बीच संबंधों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। भाजपा ने सरयू राय पर कंबल ओढ़कर घी पीने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने सरयू राय पर कंबल ओढ़कर घी पीने का लगाया आरोप
भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर ईकाई ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सरयू राय की ओर से किये गये घोटाले का पर्दाफाश करने की बात कही। जिसमें भाजपा ने उनके घोटालों की जांच कर उन पर कार्रवाई की मांग की है। भाजपा ने उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाये हैं वो तथ्यों पर आधारित है, कोरे आरोप नहीं। भाजपा की ओर से प्रेस रिलीज जारी करते हुए बताया कि शिकायतकर्ता जी. कुमार के परिवाद संख्या 344/22, दिनांक 11-7 22 के आवेदन के आलोक में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ए.सी.बी.) ने पाया कि प्रथम दृष्टया आरोप सही है। इसके बाद 14-9-2022 को इस संबंध में आदेश पारित कर, 19-2-2022 को इस मामले में प्रारंभिक जांच का आदेश निर्गत करने का पत्र मंत्रिमंडल सचिवालय और निगरानी विभाग को भेजा। यह मामला लगभग दो माह से राज्य सरकार के पास लंबित है।
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सीएम के सचिव ने मुख्यमंत्री के पास फाइल भेजा ही नहीं
विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि सीएम के सचिव विनय चौबे ने मुख्यमंत्री के पास फाइल भेजा ही नहीं। श्री राय जब खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री थे तब विनय चौबे ही विभागीय सचिव हुआ करते थे। समझा जाता है कि उन्हें यह आशंका रही होगी कि इस मामले का जांच हुआ तो जांच की आंच उन तक भी आ सकती हैं। समाचार पत्रों से मिली जानकारी में घोटाले के आरोपी श्री राय ने कहा कि उनके खिलाफ सीधे FIR की जाये, अनुमति लेने की क्या जरूरत है। भाजपा मुख्यमंत्री से मांग करती है कि वे इस मामले में एसीबी को तुंरत जांच करने की अनुमति दें। 15 दिनों के भीतर यदि अनुमति नहीं दी जाती है तो भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करेंगी।