झारखंड सरकार भले लाख दावा कर ले मगर कोल्हान के इकलौते सरकारी अस्पताल के हालात जस के तस बने हुए हैं। खासकर तब जब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जमशेदपुर के ही रहने वाले हैं तब यदि इस अस्पताल की बदहाली उजागर हों तो सवाल उठना लाजिमी है। अस्पताल में बदहाली, बदइंतजामी के बाद अब दलाली चरम पर है। ताजा मामला बुधवार को तब प्रकाश में आया जब भाजपा नेता विकास सिंह एमजीएम अस्पताल पहुंचे और अस्पताल के अधीक्षक से मुलाकात कर एक महिला की पीड़ा सुनाते हुए इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई।
एक महिना से इलाजरत महिला का नहीं हुआ ऑपरेशन
दरअसल उलीडीह थाना क्षेत्र के संकोसाई रोड नंबर 1 निवासी श्याम सुंदरी देवी पिछले 1 महीने से यहां इलाजरत है। महिला बीते 14 नवंबर को अपने घर में गिर गई थी। जिससे उसका पैर टूट गया है। डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी है। मगर तारीख पर तारीख के चक्कर में पिछले 24 दिनों से महिला का ऑपरेशन नहीं हो सका है। मंगलवार को डॉक्टरों ने ऑपरेशन का डेट तय किया था। इसके लिए परिजनों को बाहर से प्लेट खरीद कर लाने को कहा गया। बाजार से डॉक्टरों ने इसके लिए एक मोबाइल नंबर भी उन्हें दिया और कहा इन्हीं से संपर्क करें और प्लेट खरीदें। जब परिजनों ने मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्हें प्लेट की कीमत बीस हजार बताई गई। आर्थिक रूप से कमजोर परिजनों ने जब दूसरे दुकानदार से संपर्क किया तो उसी प्लेट की कीमत सात हजार बताया गया। जिसे लेकर परिजन अस्पताल पहुंचे। जहां नर्स ने प्लेट लेने से इनकार कर दिया और कहा जहां से कहा गया है वहीं का प्लेट लाकर दो तब इलाज किया जाएगा।
हताश परिजनों ने इसकी जानकारी भाजपा नेता विकास सिंह को दी
हताश परेशान परिजनों ने इसकी जानकारी भाजपा नेता विकास सिंह को दी। इधर मामले की सूचना मिलते ही अस्पताल अधीक्षक ने भाजपा नेता को मरीज का हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया। साथ ही जांच के आदेश दे दिए हैं। सवाल यह उठता है कि क्या दोषी डॉक्टर और नर्स पर कार्रवाई होगी? बताया जा रहा है कि मरीज डॉक्टर जीएस बड़ाईक के यूनिट में इलाजरत है। डॉक्टर जीएस बड़ाईक काफी अनुभवी और पुराने डॉक्टर हैं, जो लंबे समय से एमजीएम अस्पताल में ही पदस्थापित हैं।