झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रही है. इससे पूर्व झारखंड विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय में सर्वदलीय बैठक हुई. जिसमें विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो, मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, कमलेश सिंह एनसीपी, प्रदीप यादव, सरयू राय, विनोद सिंह, लम्बोदर महतो, सत्यानंद भोक्ता मौजूद थे. बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार (23 फरवरी) को हो रही है लेकर चंपई सोरेन की सरकार 27 फरवरी को अपना बजट पेश करेगी. यह सत्र सात दिनों का है और 2 मार्च को इसका समापन होगा.
बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि परिपाटी के अनुसार सत्र से पहले संबंधित सभी लोगों के साथ बैठक की जाती है और इस बैठक में विधानसभा सत्र सुचारू रूप से किस प्रकार से चले इस पर विशेष चर्चा और विचार विमर्श मंथन किया गया. उन्होंने कहा कि सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों के द्वारा जो भी बात कही जाती है उसको लेकर सरकार इसपर मंथन करती है. ताकि जनहित कार्य को रफ्तार मिल सके.
इधर नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार ने कहा कि सत्र के दौरान मौजूदा राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार चाहे वह युवाओं को लेकर हो या फिर अन्य भ्रष्टाचार के मामले इस पर विपक्ष पुरजोर तरीके से सदन में आवाज उठाएगी. वहीं निर्दलीय विधायक सरयू राय कहा कि कुछ दिनों में लोकसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग सकती है. इसको लेकर सरकार को लेखा अनुदान के तहत खर्च करने का अधिकार लेना चाहिए एवं बजट सत्र के दौरान सभी विभागों के विषय में चर्चा होनी चाहिए
चंपई सोरेन ने सत्र की अवधि कम रखने का बताया कारण
विपक्षी नेताओं का कहना है कि ‘‘बजट सत्र के दौरान हर विभाग की मांगों पर चर्चा होनी चाहिए. इसलिए सत्र को बढ़ाना चाहिए. पहले बजट सत्र 25-26 दिनों का होता था. बाद में, इसे घटाकर 17-18 दिन कर दिया गया. और अब इसमें और कटौती कर दी गई है, सीएम चंपई सोरेन ने इसपर कहा कि राजनीतिक परिस्थितियों के कारण बजट सत्र छोटा रखा गया है. लेकिन ”सत्र सार्थक होगा और बजट राज्य के हित में होगा.” उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार सदन में विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है.