हेमंत सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए गुरुवार को बजट पेश करेगी। अनुमान है कि सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया जा सकता है। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट के अनुमान तैयार करने के लिए पिछले 3 वित्तीय वर्षों में मिले राजस्व और केंद्रीय सहायता अनुदान के ग्रोथ रेट को ध्यान में रखने का निर्देश दिया था।
बजट में 10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान
चालू वित्तीय वर्ष के बजट आकार में 10 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान किया गया है। कृषि क्षेत्र में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने का प्रावधान किया गया है। इस क्षेत्र में नई योजना के रूप में एग्री स्मार्ट विलेज को शामिल किए जाने का अनुमान है। शिक्षा के क्षेत्र में नई योजना के रूप में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को शामिल किया गया है।
सरकार ने 50 प्रतिशत राशि का किया उपयोग
हालांकि कोरोना काल में राज्य की विकास दर में गिरावट दर्ज की गई थी। इसका खुलासा वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए झारखंड की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में किया गया है। वहीं, वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए हेमंत सरकार ने 91270 करोड़ का बजट पेश किया था, लेकिन विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि बजट की राशि का हेमंत सरकार ने 40 प्रतिशत भी खर्च नहीं किया है। जबकि राज्य के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर ने कहा कि विपक्ष का काम आरोप लगाना है। वह आरोप लगाते रहे, लेकिन सरकार ने 50 प्रतिशत बजट की राशि का उपयोग कर दिया है।
यह भी पढ़ें : UP Election 6 phase: 10 जिलों की 57 सीटों पर मतदान शुरू, योगी की परीक्षा आज