झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की परेशानी एक बार फिर से बढ़ने वाली है। ईडी के समन की अवहेलना करने और जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वह पहले से जेल में बंद है। इस बीच बुधवार को रांची की सीजीएम कोर्ट में उन्हें पेश होना था। लेकिन एक बार फिर से वह गैर मौजूद रहे। जिसके बाद से चर्चा है कि उनकी मुसीबतें और बढ़ सकती है।
दरअसल, रांची के सीजीएम कोर्ट में बुधवार को उनके मामलों पर सुनवाई होनी थी, लेकिन हेमंत सोरेन की तरफ से कोर्ट में कोई भी उपस्थित होने नहीं पहुंचा। हालांकि कोर्ट ने इस मामले में 18 अप्रैल को अगली सुनवाई की तारीक दी है, लेकिन उनके इस गैर मौजूदगी के कारण उनकी परेशानी बढ़ सकती है। बता दें कि जमीन की अवैध तरीके से खरीद बिक्री मामले में झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने 10 बार समन भेजा था। लेकिन इनमें से सिर्फ दो ही समन पर वे उपस्थित हुए। वहीं, आज भी ये उपस्थित नहीं हुए।
गौरतलब है कि ईडी ने पहली बार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 14 फरवरी को अपने कार्यालय बुलाया था। उस वक्त हेमंत सोरेन सरकारी कामकाज का हवाला देते हुए उपस्थित नहीं हुए। इसके बाद उन्हें फिर से 24 अगस्त, 9 सितंबर, 23 सितंबर, 4 अक्टूबर, 12 दिसंबर को समन भेजा गया। लेकिन किसी में भी वे ईडी के सामने पेश नहीं हुए।
अंत में ईडी ने उनसे कहा कि वे खुद जगह और समय पूछताछ के लिए तय करें। इसके बाद ईडी ने उन्हें रांची के सीएम आवास से पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने राजभवन जाकर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया था। हालांकि पूर्व सीएम ने अपनी गिरफ्तारी को गलत बताया है। इसे लेकर उन्होंने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है।