[Team Insider]: झारखंड (Jharkhand) में एक बेहद सराहनीय पहल हुई है। किन्नरों को नौकरी दी गई है। दूसरों की खुशियों में ताली बजाने वालीं अब कोयला खदान में ऑपरेटर की काम करेंगी। टाटा स्टील (Tata Steel) ने 14 किन्नरों को कोयला खदान में ऑपरेटर पद पर बहाल किया है।
एक साल तक चली ट्रेनिंग
कंपनी ने रामगढ़ (Ramgarh) जिला अंतर्गत वेस्ट बोकारो डिवीजन (West bokaro Division) में किन्नरों को पदस्थापित किया है। इन्हें हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेटर के रूप में काम करना है। इसके लिए किन्नरों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। एक साल तक इन्होंने काम सीखा है। इस दौरान इन सबको 20 हजार रुपए प्रति माह स्टाइपेंडर मिला है। नौकरी पाने वाली किन्नरों में रांची, जमशेदपुर व अन्य शहरों के निवासी हैं।
सिग्नल पर पैसे मांगते देखा तो एचआर ने दी नौकरी
जमशेदपुर निवासी किन्नर अमरजीत सिंह ने बताया कि वे एक दिन शहर के ट्रैफिक सिग्नल पर लोगों से पैसे मांग रही थी, तभी टाटा स्टील कंपनी के एचआर सुधीर सिंह यह बुरा लगा। उन्होंने अपने पास बुलाया और नौकरी ऑफर किया। कानूनी प्रक्रिया पूरी कराकर फिर नियुक्ति पत्र दे दिया। बता दें झारखंड में आठ हजार से अधिक किन्नर हैं। इनका मतदाता सूची में नाम तक दर्ज नहीं है।