कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल से रंगदारी वसूलने के आरोप में रविवार को कोलकाता पुलिस द्वारा झारखंड हाईकोर्ट के वकील राजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन अब इस गिरफ्तारी को लेकर चल रहे विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। यह ट्विस्ट आया है एक ऑडियो वायरल होने के बाद। वैसे तो इस वायरल ऑडियो की क्रेडिबिलिटी कन्फर्म नहीं है। लेकिन बातचीत के कंटेंट से मामले का विवाद अलग ही दिशा में जा रहा है।
“10 बहुत ज्यादा है”
ऑडियो में कथित तौर पर व्यवसायी यह कहता है कि वह एक व्यवसायी है। उसकी रेप्युटेशन खो जाने पर सबकुछ खत्म हो जाएगा। इस पर राजीव कुमार की आवाज सुनाई देती है कि वह बता देंगे। फिर व्यवसायी अनुरोध करता है कि राजीव कुमार को अपने लोगों को उससे मिलने के लिए कहना चाहिए। व्यवसायी कहता है कि “मैंने पहले ही आपके साथ बैठक की है और आपको कोई समस्या नहीं है। मैं आपसे बात करने के लिए आगे आया हूं। हमें साथ बैठकर इस मामले को खत्म करना चाहिए। यदि आप रांची चाहते हैं तो यहीं या फिर कोलकाता। 10 बहुत ज्यादा है।”
‘PIL मैनेज करने के लिए रकम’
ऑडियो के आगे की कन्वर्सेशन में तथाकथित राजीव कुमार जवाब देता है कि “चीजें तेजी से बढ़ रही हैं इसलिए समस्या है। मुझे बहुत कुछ करना होगा।” इस ऑडियो का इस्तेमाल सबूत के तौर पर किया गया है कि राजीव कुमार झारखंड हाई कोर्ट में चल रही एक जनहित याचिका (PIL) मैनेज करने के लिए अमित अग्रवाल से 10 करोड़ रुपए की मांग कर रहे थे। राजीव कुमार, शिव शंकर शर्मा के वकील हैं, जिन्होंने झारखंड के CM हेमंत सोरेन और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक खनन पट्टे और शेल कंपनियों के आरोपों और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित दो जनहित याचिकाएं दायर की थीं।