रांची: आगामी चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियों पर कमर कस लिया है। इसे लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति की बैठक शुक्रवार को सम्पन्न हुई। इस समिति के अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में समिति के अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय ने कहा कि अभियान के माध्यम से महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की अवधारणा को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाना है। संविधान की मूल प्रस्तावना की रक्षा हमारे अभियान का मूल मकसद होगा। उन्होंने कहा कि संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं, सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों की अस्मिता को विरोधी दल खतरे में डाल रहे हैं। उनके अधिकारों के हनन का प्रयास किया जा रहा है।
ऐसे तत्वों से सावधान रहने और उनके खिलाफ जनता को जागरूक करना हमारा मकसद होगा। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि इस अभियान के माध्यम से हमें राज्य के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना है। ताकि हम उनके आर्थिक, सामाजिक विकास हेतु लक्ष्य निर्धारित कर सकें। हमें अपने विकास के एजेंडे और भावी कार्यक्रमों को हर व्यक्ति तक पहुंचाना होगा। ताकि झारखंड के विकास में उनकी सहभागिता हो सके। जनता की समस्याओं को जड़ से जानना और उसके निराकरण का रास्ता हमें इस अभियान से प्राप्त कर उस पर अमल करना है। हर व्यक्ति की तरक्की हमारा निर्धारित लक्ष्य है, ताकि विभिन्न स्तरों पर व्याप्त विषमता की खाई को हम दूर कर सके। इस बैठक में शामिल कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि झारखंड में एक अलग तरह का माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
कांग्रेस के चुनावी अभियान का आधार जनता को विघटनकारी शक्तियों से सावधान करना होना चाहिए। झारखंड की अस्मिता के सवाल पर यह चुनाव लड़ा जाएगा। झारखंडी मान- सम्मान की रक्षा कांग्रेस के चुनावी अभियान का आधार होगा। पंचायत से लेकर शहरी क्षेत्र तक चुनावी धार को मजबूत रखना है, ताकि झारखंडी जनता के बीच घृणा फैलाने वाली ताकतें सावधान रहें। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर कांग्रेस का चुनावी अभियान पूरे राज्य में प्रारंभ किया जाएगा। वर्तमान समय में भारतीय लोकतंत्र और गांधी के विचारों की प्रासंगिकता को लेकर जिलों में सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बौद्धिक वर्ग से जुड़े लोगों, स्वतंत्रता सेनानियों, सामाजिक संगठनों, समाज के प्रबुद्ध लोगों को आमंत्रित कर उनके विचारों को जाना जाएगा।
बताते चलें कि कांग्रेस की इस बैठक में प्रमुख रूप से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, प्रदीप कुमार बलमुचू, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, ममता देवी, रवींद्र सिंह, राकेश सिन्हा, शहजादा अनवर, भीम कुमार, डॉ राजेश गुप्ता, रमा खलखो, गीताश्री उरांव, निरंजन पासवान, अनुपमा सिंह, दयामनी बारला,अभिलाष साहू, गजेंद्र सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।