कहते हैं प्यार कभी उम्र या जात-पात नहीं देखता, ऐसा ही कुछ हुआ झारखंड के कोडरमा के एक टीचर के साथ। दरअसल टीचर का दिल अपनी ही स्टूडेंट पर आ गया, फिर क्या था दोनों ने शादी रचा ली। लेकिन काम वहां बिगड़ा जब घरवाले वाले तैयार नहीं हुए, आखिर में पुलिस को ही नवविवाहिता का गृहप्रवेश करवाना पड़ा।
चंदवारा प्रखंड के भोंडों निवासी बालेश्वर गुप्ता(27 साल) गांव में ही किराए के कमरे में 10वीं तक के छात्र-छात्राओं को ट्यूशन पढ़ाते थे, इस दौरान उनका दिल अपनी ही स्टूडेंट पर आ गया। इसके बाद जब उन्होंने अपने दिल की बात युवती को बताई तो धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। लेकिन जब युवती 11वीं में पहुंच गई तो उसने कोचिंग आना बंद कर दिया, हालांकि उस दौरान फोन से दोनों के बीच बातें हुआ करती थीं। अब शनिवार को दोनों आपसी सहमति से कोर्ट मैरिज करने के लिए कोडरमा कोर्ट पहुंचे।
शादी करने के बाद टीचर दूल्हा अपनी स्टूडेंट दुल्हनिया लेकर घर पहुंचा तो घरवालों इस रिश्ते को अपनाने से मना कर दिया और घर से निकाल दिया। इसके बाद नवविवाहिता चंदवारा थाना पहुंचे, जहां पुलिस ने दोनों के परिजनों को थाने बुलाया। इस मौके पर सिर्फ लड़का पक्ष के लोग ही थाने पहुंचे, लड़की पक्ष से कोई नहीं आया। इसके बाद लड़के ने बताया कि ‘हम दोनों का अफेयर कई महीनों से चल रहा था, कुछ महीने पहले हमने मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर शादी भी कर ली।’
मामले पर पुलिस का कहा कि ‘दोनों बालिग हैं, कानून के अनुसार वे किसी से भी शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं। पुलिस का काम दोनों को सुरक्षा प्रदान करना है।’ इसके बाद पुलिस ने लड़के के परिजनों को समझाया-बुझाया और नव विवाहिता को लड़के के घर में पूरे सम्मान के साथ रखने के निर्देश दिए।