Jitiya Vrat 2024: जितिया का पर्व महिलाएं अपने बच्चों के लिए रखतीं हैं और अपने बच्चे की दीर्घायु की कामना करती हैं, लेकिन अगर आपसे कोई कहे कि एक पिता ने अपने बच्चे के लिए जितिया का व्रत रखा तो शायद आप ना मानें, लेकिन ये सच कर दिखाया है गोड्डा के श्याम सुंदर साह ने। दरअसल श्याम सुंदर अपने बच्चे की लंबी उम्र के लिए पिछले 5 सालों से व्रत रखते आ रहे हैं। वे बतातें हैं कि ‘मेरी पत्नी अस्वस्थ्य रहती है, जिसकी वजह से वे व्रत नहीं रख पातीं, लेकिन हर एक विधि विधान में वे मेरे साथ सहभागिता निभाती हैं। हर पकवान बनाने में वे मेरे साथ होती हैं।’
श्याम सुंदर कहते हैं कि ‘मैं अपने काम की जिम्मेदारियों और पारिवारिक जीवन के बीच संतुलन बनाकर चलता हूं, हर साल पूरे विधि-विधान से हम जितिया पर्व मनाते हैं। यह व्रत और त्यौहार सिर्फ धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि उनके पीछे मेरी गहरी भावना और परिवार के प्रति एकजुटता छिपी हुई है। पहले परंपराओं और धार्मिक कृत्यों को केवल महिलाओं का दायित्व माना जाता था, लेकिन मेरा मानना है कि परिवार के सुख, समृद्धि और भलाई के लिए किया गया त्याग किसी भी लिंग या परंपरा से नहीं बंधा होता है।’
पत्नी की सेहत को देखते हुए श्याम सुंदर ने ये सिद्द कर दिया है कि पति हो तो ऐसा, जो पारंपरिक भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का निर्वहन करे। फिलहाल श्याम सुंदर समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं।