लातेहार: सोमवार को लातेहार थाना क्षेत्र अंतर्गत ओरवाई, बोकाखांड़ के जंगल में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन (JJMP) झारखंड जनमुक्ति परिषद और लातेहार पुलिस, झारखंड जगुआर के बीच भीषण मुठभेड़ में हुई। जेजेएमपी के पप्पू लोहरा, लवलेश गंझू के दस्ता ने अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें झारखंड जगुआर के दो जवान घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल जवानों को आनन फानन इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दे ये मुठभेड़ उग्रवादियों के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान हुई। लातेहार पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के पप्पू लोहरा की टीम कोई बड़ी घटना को अंजाम देने वाले हैं। इसके बाद, एक ऑपरेशन की योजना बनाई गई और टीम को जंगल में भेजा गया।
मालूम हो कि घटना लातेहार जिले के भोकाखांड़ जंगल की है, जो उग्रवादियों का एक प्रमुख गढ़ माना जाता है। जब जवान जंगल के अंदर पहुँच गए, तब अचानक जेजेएमपी के उग्रवादियों ने उन पर गोलियाँ चलानी शुरू कर दीं। इसी दौरान जवाबी कार्रवाई में दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें झारखंड जगुआर के दो जवान राम सिंह सोरेन व राजेंद्र पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया और उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान उग्रवादियों को भी गंभीर नुकसान पहुँचाया, हालांकि यह पुष्टि नहीं की जा सकी कि कितने उग्रवादी मारे गए या घायल हुए। इस मुठभेड़ के बाद इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन जारी है। ताकि और भी उग्रवादी पकड़े जा सकें। भोकाखांड़ जंगल एक घना और दुर्गम क्षेत्र है जो उग्रवादीयों को छिपने के लिए आदर्श स्थान माना जाता है, इसी कारण से सुरक्षा बलों के लिए इस इलाके में अभियान चलाना बेहद चुनौतीपूर्ण है।