रांची: आज भाजपा के संकल्प पत्र की घोषणा के दौरान अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि हेमंत बाबू मै आपको 1 लाख 36 करोड़ रूपये का हिसाब दे रहा हूं और अमित शाह ने झारखंड को दिए गए 3 लाख करोड़ का जिक्र किया। गृह मंत्री के इस बयान के बाद जेएमएम ने तीखी प्रतितक्रिया व्यक्त की। इस प्रकार गृहमंत्री के तीन लाख करोड़ रूपये के हिसाब जनता के बीच रखने पर जेएमएम ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स से ट्वीट कर कहा कि आज फिर से झारखंडियों की गरिमा को ठेस पहुंचाई गई है। जब भाजपा के नेता दूसरों को कहते हैं – “क्या वो अपने नानीघर से हमें पैसे दे रहे हैं?” तो आज अपनी शक्ल आइने में देख लें। जो तीन लाख करोड़ का एहसान जताया जा रहा है, उसकी सच्चाई यह है, झारखंड को मिले पैसे का सच :
प्रत्येक झारखंडवासी निम्न वस्तुओं पर टैक्स देता है:
दैनिक उपयोग की वस्तुएं (सुई से लेकर कुरकुरे, बिस्किट)
खाद्य सामग्री (आटा-दाल)
वाहन (स्कॉर्पियो जैसी गाड़ियां)
इस टैक्स का मात्र एक छोटा हिस्सा वापस मिलता है
यह राशि हमारा संवैधानिक अधिकार है, कोई भीख नहीं
100 रुपये के टैक्स पर मात्र 40 रुपये झारखंड को वापस मिलते हैं
झारखंडी प्राकृतिक संसाधनों का राष्ट्र निर्माण में अमूल्य योगदान है :
कोयला: देश की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति
लौह अयस्क: देश के औद्योगिक विकास का आधार
यूरेनियम: राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका
इन संसाधनों के लिए राज्य को पूर्ण रॉयल्टी भी नहीं मिलती। ऐसी स्थिति में भाजपा का हम पर एहसान जताना या भीख का भाव दिखाना हम झारखंडियों की गरिमा के विरुद्ध है, हमारा अपमान है। बता दें जेएमएम के इस पोस्ट को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रीट्वीट किया है।