रांची: जेएसएससी सीजीएल पेपर लीक का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी है। इसके साथ ही इस पूरे मामलें की जांच सीबीआई से कराने की अपील की गयी है। मालूम हों कि 28 जनवरी 2024 को हुई JSSC CGL परीक्षा के दौरान हुए पेपर लीक का मामला सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच की थी। पेपर लीक मामले की जांच के लिए तीन डीएसपी समेत सात पुलिस अधिकारियों की एसआईटी गठित की थी। बता दें एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट भी कोर्ट में सौंप दी है। वहीं अब इस मामले को लेकर प्रार्थी की मांग है कि पेपर लीक मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच की जाए। क्योंकि पुलिस की एसआईटी की जांच अब तक सार्वजनिक नहीं हुई और न ही उस जांच में सभी तथ्य सामने आए हैं।
अब तक इस जनहित याचिका सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं हुई है। बताते चलें कि झारखंड कर्मचारी चयन आयोग की ओर से 28 जनवरी को आयोजित कंबाइंड ग्रैजुएट लेवल एग्जाम (एसएससी-सीजीएल) की परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। इसके बाद आयोग ने पहले थर्ड पेपर यानी सामान्य ज्ञान की परीक्षा रद्द कर दी थी। वहीं परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के हंगामे के बाद आयोग को तीनों पत्रों की परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। एसएससी-सीजीएल की इस परीक्षा के जरिए राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में 2025 पदों पर नियुक्ति की जानी थी। वहीं इसके लिए साढ़े छह लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इधर रांची पुलिस की एसआईटी ने पेपर लीक के इस केस में फरवरी महीने में ही झारखंड विधानसभा के अवर सचिव मो. शमीम और उनके दो बेटों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, कई नामों वाले ब्लैंक चेक और कुछ मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। वहीं अब इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है।