रांची: राजधानी रांची के प्रदेश भाजपा कार्यालय में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बावरी के द्वारा एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया गया। इस संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से विगत 21 और 22 सितंबर को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा आयोजित किए गए सीजीएल एक्जाम मे प्रश्न पत्र लीक का सबूत छात्रों के पास होने की बात कही एवं परीक्षा में धांधली होने का आरोप लगाया।
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि इस सरकार के कारण देश की संप्रभुता खतरे में पड़ गयी है। वहीं राज्य के युवाओं के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया है। झारखंड उच्च न्यायालय ने इस सरकार को फ्रॉड कह कर संबोधित किया है। भाजपा ने हमेशा कहा है कि यह सरकार झूठ बोल कर सत्ता में आई है। जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा में बड़े बड़े दावे किए गए। बावजूद इसके सरकार ने नौकरी को बेचने का काम किया।
वहीं जिस किसी ने भी इसका विरोध किया उसको स्थानीय प्रशासन से मिल कर सरकार डराने धमकाने का काम कर रही है। इस सरकार ने परीक्षा के नाम पर पूरे राज्य का नेट बंद कर दिया और कहा कि असम की तर्ज पर यह काम किया है। जब कि असम सरकार ने परीक्षा से काफी पहले सूचना दे कर नेट बंद किया है। इस सरकार ने रात के 2 बजे से नेट बंद किया ताकि इनके लोग रात में ही प्रश्न पत्र बांटने का काम कर सके।
उन्होंने कहा कि 2019, 2022, 2024 की परीक्षा के कई सारे प्रश्न को दोहराया गया है। आज झारखंड की बदनामी पूरे देश मे हो रही है और पूरा देश झारखंड की काबलियत पर प्रश्न उठा रहे है। जबकि हकीकत यह है कि कमी सरकार में है। परीक्षा से पहले ही उत्तर छात्रों के हाथ मे आ गए थे। छात्र पर सरकार का दबाब ज्यादा है इसलिए छात्र डरे हुए हैं। भाजपा ने इस गड़बड़ी को प्रमुखता से उठाया है।
छात्रों ने जेएसएससी के समक्ष सारे पुख्ता सबूत पेश किया है। उन्होंने कहा कि जिस छात्रों ने सच के साथ खड़ा होने का काम किया है उनको धमकी मिल रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि किसी भी छात्र के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। नेता प्रतिपक्ष ने साफ कहा कि क्या सरकार एक भी नौकरी बिना किसी गड़बड़ी के दे सकती है क्या? इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री को समान आना चाहिए और जेएसएससी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।