गुमला के पालकाेट राेड स्थित मुक्तिधाम में 20 दिनाें पहले दफन किया गया शव बरामद किया गया। यह शव नामकुम से अपहृत ठेकेदार ज्ञान प्रकाश सिंह का बताया जा रहा है। नामकुम पुलिस के समक्ष कब्र खाेदकर मंगलवार काे शव निकाला गया, जिसके बाद पीड़ित परिजनाें ने पहचान की। अपहृत ठेकेदार मूल रूप से पटना के बख्तियारपुर का रहने वाला था और नामकुम में रहकर ठेकेदारी करता था।
अचानक ज्ञान प्रकाश के गायब हाेने के बाद उसके भाई ओम प्रकाश ने 15 फरवरी को नामकुम थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें लापता ठेकेदार के दोस्त गुड्डू और बोलबम पर संदेह जताया था।हालांकि प्राथमिकी दर्ज कराए जाने से पहले ही 12 फरवरी काे सिसई पुलिस ने सोंगरा जंगल से एक अज्ञात शव बरामद किया था। 72 घंटे तक शव की पहचान नहीं हुई ताे दफन कर दिया गया था।
शव बरामद हाेने के बाद पुलिस ने जब दाेनाें संदिग्ध दाेस्तों काे हिरासत में लेकर पूछताछ की ताे उन लोगों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। जेल जाने से पहले दाेनाें आराेपियाें ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 1.50 लाख रुपए बकाया नहीं देने से वह ज्ञान प्रकाश से नाराज था। इसी विवाद में उसकी हत्या कर दी।