नयी दिल्ली: हर साल की तरह इस बार भी देश से सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म पुरस्कारों से हस्तियों को सम्मानित किया जाएगा। बता दें 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या यानि आज पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया जाएगा। आज विजेताओं के नामों के ऐलान के बाद मार्च या अप्रैल महीने में राष्ट्रपति भवन में आयोजित किये जाने वाले सम्मान समारोहों में भारत के राष्ट्रपति द्वारा पद्म पुरस्कारों को दिया जाता है। पद्म पुरस्कारों को तीन श्रेणियों में दिया जाता हैं, जिनमें पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री शामिल होते हैं।
किसे मिलते हैं पद्म पुरस्कार?
पद्म पुरस्कारों को विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, समाज सेवा, लोक-कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल-कूद, सिविल सेवा आदि के संबंध में दिए जाते हैं। इस पुरस्कारों को तीन कैटेगरी में बांटा जाता है। पद्म विभूषण को असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है, पद्म भूषण को उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा और पद्मश्री को विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। बता दें कोई भी व्यक्ति पद्म पुरस्कारों का हकदार हो सकता है, हालांकि, सरकारी कर्मचारी इन पुरस्कारों के लिए तब तक पात्र नहीं हैं, जब तक वो पद पर रहते हैं। हालांकि, इसमें डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को छूट मिलती है।
पद्म पुरस्कार का इतिहास
यदि पद्म पुरूस्कारों के इतिहास की बात करें तों साल 1954 से इसकी शुरूआत हुई। हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाती है। पहले पद्म विभूषण पुरस्कारों को तीन वर्ग में बांटा जाता था, जिनमें पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग शामिल था। जिसके बाद 8 जनवरी 1955 में एक नोटिफिकेशन जारी कर इन वर्गों का नाम बदल दिया गया। जिसके बाद इन वर्गों का नाम पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।
पद्म विजेताओं को क्या मिलता है
राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार समारोह के आयोजन के दौरान पद्म पुरस्कार से सम्मानित हस्तियों को राष्ट्रपति के हस्ताक्षर और सील वाला सर्टिफिकेट व मेडल दिया जाता है। इसके साथ ही पुरस्कार विजेताओं को उनके मेडल की एक प्रतिकृति भी दी जाती है, जिसे वो किसी भी समारोह में पहन सकते हैं। बता दें गृह मंत्रालय के अनुसार, पद्म पुरस्कारों को कोई पदवी नहीं माना जाता, इसलिए विजेता अपने नाम के आगे या पीछे इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते। अगर ऐसा होता है तो पुरस्कार वापस लिया जा सकता है। इन पुरस्कारों के साथ विजेताओं को कोई नकद पुरस्कार, भत्ता या रेल-हवाई यात्रा में छूट जैसी कोई सुविधा नहीं दी जाती है।