रांची: हेसाग के पशुपालन भवन में सहकारिता विभाग के साथ सोमवार को मैराथन बैठक के दौरान कृषि मंत्री शिल्पी नेहा ने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा है कि झारखंड में बांस के उत्पाद से जुड़े लोगों के दिन बहुरेंगे। राज्य की सहकारिता विभाग बाजार में बांस के उत्पाद के डिमांड का आकलन कर इसे प्रमोट करेगा। सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान एपेक्स सोसाइटी पर भी लंबी चर्चा हुई।
मंत्री ने अधिकारियों को पहले चरण में मार्च माह तक एक्शन मोड में काम करने को कहा जबकि अप्रैल माह से मिशन मोड में काम को अंजाम देने का प्लान तैयार करने का निर्देश दिया। कहा कि हरि सब्जियों के लिए रिटेल आउटलेट जरूरी है. ऐसे आउटलेट किसानों की सब्जी के खपत और उचित मूल्य के लिए जरूरी हैं। बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 10 आउटलेट के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। इसी तरह वन उपज का बेहतर दाम और बाजार पर फोकस करने को कहा गया. लाह के क्रय-विक्रय के लिए बेहतर प्लान बनाने का निर्देश मंत्री ने दिया।
कहा कि वन डिस्टिक-वन प्रोग्राम का चयन कर इसको बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए अधिकारी जिला में सर्वे कर इसका चयन करें। धान अधिप्राप्ति के लिए गिरिडीह और सिमडेगा में राइस मिल बनाने की योजना है। गिरिडीह में इसको लेकर प्रक्रिया तेज कर दी गई है। राइस मिल की क्षमता 4 टन प्रति घंटा होगा। मंत्री ने राज्य के लैंप पैक्स को कंप्यूटराइजेशन करने का लक्ष्य दिया। इसके लिए 3 से 4 लैंप पैक्स को मिलकर नोडल के रूप में विकसित करने को कहा ताकि समय के अनुसार लैंप पैक्स भी अपडेट हो सके। शिल्पी नेहा तिर्की ने खाली पड़े पदों को भरने के लिए प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया ताकि काम प्रभावित ना हो।