झारखंड के एक ऐसी प्रेम कहानी के बारे में आप शायद ही जानते होंगे, जहां एक नक्सली से लड़की को प्यार हो गया। दरअसल, उस लड़की को उस नक्सली के काम के बारे में नहीं पता था। बता दें कि खूंटी- चाइबासा बॉर्डर स्थित जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में गुरुवार को भाकपा माओवादी का एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया। पता चला है कि बुधराम की एक निजी जिंदगी थी। वह एक साल बाद लव मैरिज करने वाला था।
दरअसल, लड़के को लड़की की ओर से शादी का प्रपोजल मिला था। लड़के के जेहन में शादी के लिए कोई झिझक नहीं थी। लेकिन वह जो काम करता था, उसे लेकर वह लड़की को आश्वस्त कर देना चाहता था। इसलिए उसने एक साल का समय मांगा था। लेकिन इससे पहले कि उसकी लिखी ये बातें उसकी प्रेमिका तक पहुंच पाती, वो मारा गया। चिट्ठियां प्रेमिका तक पहुंचने की जगह पुलिस के पास पहुंची और फिर उसकी अधूरी प्रेम कहानी के बारे में दुनिया को पता चल गया। यह कहानी है नक्सली एरिया कमांडर बुधराम मुंडा की।
पुलिस को नक्सली बुधराम मुंडा की जेब से प्रेम पत्र बरामद हुआ। जिसमें उसने अपनी प्रेमिका से शादी के लिए एक साल का समय मांगा था। पत्र के कुछ पन्ने ही पुलिस के हाथ लगे, बाकी पन्ने जंगल में कहीं गुम हो गए। इन्हीं पन्नों के जरिए नक्सली की प्रेम कहानी का पता चला। मुठभेड़ में मारा गया नक्सली बुधराम मुंडा महज 25 साल का था। वह खूंटी के अड़की थाना क्षेत्र के चारिसुद हेम्ब्रम गांव निवासी आशिम मुंडा की संतान था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बुधराम मुंडा गांव की ही एक लड़की से प्यार करता था। नक्सली संगठन में शामिल होने के पहले से ही वह इस लड़की से प्यार करता था, लेकिन कुछ कारणों से वह माओवाद की ओर बढ़ गया। धीरे-धीरे वह अमित मुंडा और बाद में इनामी नक्सली प्रभात मुंडा से जुड़ गया। पिछले सात साल से वह इलाके में नक्सली वारदातों को अंजाम देता रहा। नक्सली संगठन ने एक साल पहले ही उसे इलाके का एरिया कमांडर बनाया था।