रांची: झारखंड चुनाव में अपनी सक्रियता और भागीदारी को लेकर पूर्व सीएम मधुकोड़ा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। मधु चाहतें हैं कि उनकी दोष सिद्धी पर रोक लगाई जाय ताकि वो झारखंड विधानसभा का चुनाव लड़ सकें। बता दें निचली अदालत ने मधु कोडा़ को कोल घोटाले से जुड़े सीबीआई के मामले में तीन साल की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही उनपर 25 लाख रुपए जुर्माना भी लगाया गया था। वहीं आज यानि शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की याचिका पर सुनवाई करेगा। जिसमें उन्होंने कोयला घोटाला मामले में अपनी दोषसिद्धि पर रोक लगाने का अनुरोध किया है।
इस मामले में जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि उन्होंने इस केस की फाइल अभी नहीं पढ़ी है। इसलिए मधु कोड़ा के मामले की सुनवाई शुक्रवार को करेंगे। वहीं इस मामले में सीबीआई की पैरवी कर रहे सीनियर एडवोकेट आरएस चीमा से जस्टिस खन्ना ने कहा कि इस कोर्ट ने दोषसिद्धि के निलंबन से निपटने के लिए पहले भी एक फैसला दिया था। उस फैसले में कहा गया था कि इसकी सीमा जमानत की सीमा के समान नहीं है। क्या आपको इसकी जानकारी है? चीमा ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। वो जानकारी लेकर अदालत को बताएंगे। इसके बाद मामले की सुनवाई शुक्रवार के लिए टाल दी गई। यदि आज दोष सिद्धी पर रोक लगी तो मधु कोड़ा को झारखंड में हो रहे विधान सभा चुनाव में प्रत्याशी बनने में कोई बाधा नहीं रहेगी। बतातें चले कि मधु कोड़ा भाजपा में शामिल हो चुके हैं। चम्पाई सोरेन के बाद बीजेपी में लोबिन हेमब्रम और मधु कोड़ा शामिल हो गए थे।