रांची: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के रवि कुमार ने कहा है कि रविवार को गिरिडीह के डुमरी में चेकनाका पर चेकिंग के दौरान निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अनुपालन नहीं किया गया। पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकार्डिंग नहीं की गयी। जबकि, निर्वाचन आयोग का स्पष्ट दिशा निर्देश है कि पारदर्शिता के लिए वाहन जांच के दौरान वीडियो रिकार्डिंग करानी है। अगर जांच के क्रम में कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिलती है, तो किसी को हिरासत में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने कहा कि पूरे मामले में ऊत्तरी छोटानागपुर के आयुक्त की जांच रिपोर्ट मिल चुकी है। उसे अग्रेतर कार्रवाई के लिए भारत निर्वाचन आयोग को अग्रसारित किया जा चुका है। वह सोमवार को निर्वाचन सदन, धुर्वा में पत्रकार वार्ता कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रथम चरण के चुनाव को लेकर सोमवार को प्रत्याशियों के नामांकन की स्क्रूटनी की गयी। कुछ लोगों के मामले में नोटिस देकर उन्हें मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे तक पक्ष रखने के लिए संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा समय दिया गया है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव को लेकर कुल 57 नये बूथ बनाये गये हैं। निर्वाचन आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि आवास से बूथ की दूरी 2 किमी. से अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक 86.33 करोड़ के अवैध सामान और नकदी जब्त की गयी है। वहीं आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के खिलाफ कुल 20 प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। बताते चलें कि ये माला रविवार को सीएम के प्रस्तावक के रूप में मंडल मुर्मु को डुमरी में रोके जाने को लेकर है। जिसके बाद जेएमएम ने प्रेस कांफ्रेंस कर चुनाव आयुक्त पर धांधली का आरोप लगाया था।