रामगढ़. बॉलीवुड के सुपरस्टार, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित पद्मश्री मनोज बाजपेयी शनिवार को रामगढ़ के वीवा इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे। अपने व्यस्त शूटिंग शेड्यूल से वक्त निकालकर वीवा इंटरनेशनल स्कूल की विजिट के दौरान कई बार ऐसे मौके आए जब वे भावुक हुए। स्कूली जीवन को याद करने के दौरान उन्होंने देर तक बच्चों के साथ बात की। बच्चों को प्रोत्साहित किया। साथ वीवा इंटरनेशनल स्कूल के साथ मिलकर गरीब बच्चों के बीच शिक्षा के प्रसार पर काम करने की इच्छा भी जताई।
केआर हाई स्कूल के स्टूडेंट रहे हैं मनोज
बच्चों से मुलाकात के दौरान मनोज बाजपेयी ने बताया कि वे बिहार में बेतिया के केआर हाई स्कूल से पढ़े। मध्यम वर्गीय परिवार और ग्रामीण परिवेश में होने के बावजूद उनके पिता की सोच शिक्षा को लेकर स्पष्ट थी। मनोज बाजपेयी ने बताया कि उनके पिता ने स्पष्ट कह दिया था कि कोई भी काम करो, शिक्षा पहले पूरी करो। पिता ने परिवार में स्नातक सभी के लिए अनिवार्य शर्त कर दी थी।
पढ़ाई कभी बेकार नहीं जाती
मनोज बाजपेयी ने बताया कि बच्चों को शिक्षा को लेकर यह स्पष्ट रहना चाहिए कि कोई भी पढ़ाई कभी बेकार नहीं जाती। दुखद स्थिति यह है कि आज भी सौ फीसदी बच्चों तक शिक्षा सुलभ नहीं है। लेकिन जिन्हें यह अवसर मिल रहा है, उन्हें इसका पूरा उपयोग करना चाहिए। साथ मनोज वाजपेयी ने कहा कि वीवा इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक श्री शैलेन्द्र प्रताप सिंह गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए वही कर रहे हैं, जो हमेशा से मेरा प्रयास रहा है। स्कूल और शैलेंद्र जी के इस प्रयास को उनका निजी सहयोग भी हमेशा मिलेगा जिससे हर बच्चे को शिक्षा दिलाने का सामाजिक सरोकार पूरा हो सके।
इस दौरान उपस्थित लोगों में वीवा इंटरनेशनल स्कूल के छात्र छात्राओं एवं शिक्षक गण के अलावा निदेशक शैलेन्द्र प्रताप सिंह, प्राचार्या लिपिका रॉय गोस्वामी, अशोक जैन, केडी मिश्रा, उपेंद्र सिंह, रामकिशोर, शिक्षाविद डॉ. ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी एवं राकेश राव प्रमुख रहे।