‘रांची: कार्यकताओं के हौसला अफजाई और चुनाव की तैयारियों में सबसे छोटी इकाई बूथ स्तर पर मजबूती प्रदन करने हेतु आज पीएम मोदी ने अपने झारखंड के बूथ कार्य कर्ताओ के साथ संवाद किया। इस कार्यक्रम केा मेरा बूथ सबसे मजबूत नाम दिया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा परिवारवादी पार्टियां, भष्टाचारी तो होती ही हैं साथ ही समाज के प्रतिभाशाली नौजवानों के रास्ते में सबसे बड़ी दीवार होती हैं। जेएमएम के परिवारवादियों ने कांग्रेस के शाही परिवार से ऐसी गंदी चीजें सीखी हैं, जिसमें उन्हें कुर्सी और खजाना दो ही चीजों की चिंता रहती है, नागरिकों की उन्हें परवाह ही नहीं होती है।आज पूरे देश में सिर्फ तीन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है और जहां-जहां दलित, आदिवासी और ओबीसी सबसे ज्यादा हैं और एकजुट हैं, वहां NDA सरकारें हैं। इससे कांग्रेस का शाही परिवार गुस्से में है, इसलिए उन्होंने SC-ST-OBC समाज को तोड़ने का फैसला किया है।
इसलिए मैं लगातार कह रहा हूं कि एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। एक समय था, जब पूरे देश में पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक कांग्रेस ही थी। जब तक सत्ता में कांग्रेस थी, तब तक देश में आरक्षण की बात करने की हिम्मत ही नहीं होती थी। ऐसी आवाजों को कांग्रेस कुचल देती थी, क्योंकि नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक, शाही परिवार के सभी लोग आरक्षण के घोर विरोधी रहे हैं। लेकिन धीरे-धीरे लोगों को बाबा साहेब अंबेडकर की बातें समझ में आने लगीं और जब SC-ST-OBC समाज एकजुट हुआ, तब से लेकर आज तक, कांग्रेस केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार ही नहीं बना पाई। मालूम हो कि पीएम मोदी ने आज बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद किया। इस दौरान मोदी ने कार्यकताओं से हर बूथ की जानकारी और उनके क्षेत्र की समस्या को सुनकर विचार विमर्ष किया। मादी ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए समर्पित भाजपा कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर अत्यंत गर्व महसूस कर रहा हूं।
आपकी मेहनत से भाजपा-एनडीए की जीत निश्चित है। सबसे पहले मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं, आपकी मेहनत ने विपक्षी दल जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी की नींद उड़ा दी है। झारखंड को हमें इनके भ्रष्टाचार, माफियावाद, कुशासन से मुक्त कराना है। युवा राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं और करेंगे, इसके लिए हमें सशक्त और शिक्षित युवाओं का निर्माण करना होगा। ‘विकसित भारत’ के लिए हमारे युवा सशक्त होने चाहिए। स्किल्ड युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे। युवा, राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं और करेंगे, इसके लिए हमें सशक्त और शिक्षित युवाओं का निर्माण करना होगा। ‘विकसित भारत’ के लिए हमारे युवा सशक्त होने चाहिए। स्किल्ड युवा हमारी सबसे बड़ी ताकत बनेंगे।
आज हमारे युवाओं के सामने एक बहुत बड़ा उद्देश्य उभर कर आया है। पूरा देश एक निश्चित लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहा है, ये लक्ष्य है- विकसित भारत का। चुनाव कोई भी हो, उम्मीदवार कोई भी हो, लेकिन हम इसे भलिभांति जानते हैं कि चुनाव असल में तो आप जैसे लाखों कार्यकर्ता ही लड़ते हैं। हमारी तो पार्टी ही संगठन पर आधारित है, इसलिए हमारे चुनाव लड़ने का तरीका ही संगठन व कार्यकर्ता आधारित ही होता है। झारखंड वन व खनिज संपदा से भरपूर क्षेत्र है। कभी-कभी तो मैं कहता हूं कि झारखंड समृद्ध राज्य है, लेकिन झारखंड के लोगों को गरीब रखा गया है। समृद्धि होने के बावजूद भी यहां विकास का आभाव और बेरोजगारी चरम पर है। इसका सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार व झारखंड की अमूल्य प्राकृतिक संपदा की बेतहाशा लूट है। झारखंड इस बार बदलाव करने को संकल्पित हो गया है, इसका सबसे बड़ा कारण तो ये भी है कि जेएमएम, कांग्रेस व आरजेडी ने झारखंड की रोटी, बेटी और माटी पर वार किया है।
पिछले पांच साल इन्होंने बड़ी-बड़ी बातें कीं, लेकिन आज झारखंड के लोग देख रहे हैं कि इनके ज्यादातर वादे झूठे हैं। कांग्रेस जहां-जहां सत्ता में है, वहां के लोगों को ऐसे ही ठगा है। आपने तो सुना ही होगा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जी तो खुद कहते हैं कि इनकी पार्टी ने झूठी गारंटियां दी है। उन्होंने कहा,’ जितना कर सकते हैं, उतनी ही गारंटी दो’। आप जानते हैं कि सबका साथ-सबका विकास के मंत्र में झारखंड का विकास मेरी प्राथमिकता है। हम विकास की कोशिश कर रहे हैं, राज्य सरकार के असहयोग के बावजूद भी हम बहुत कुछ करने का प्रयास करते हैं।
लेकिन अब मुझे खास लगता है कि जिस गति से मैं विकास चाहता हूं, जिस गति से मैं झारखंड को आगे ले जाना चाहता हूं, वहां डबल इंजन सरकार की बहुत जरूरत है। झारखंड वन व खनिज संपदा से भरपूर क्षेत्र है। कभी-कभी तो मैं कहता हूं कि झारखंड समृद्ध राज्य है, लेकिन झारखंड के लोगों को गरीब रखा गया है। समृद्धि होने के बावजूद भी यहां विकास का आभाव और बेरोजगारी चरम पर है। इसका सबसे बड़ा कारण भ्रष्टाचार व झारखंड की अमूल्य प्राकृतिक संपदा की बेतहाशा लूट है। पहले तो अमीरों के घर में गैस का सिलेंडर होता था, गरीब तो गैस सिलेंडर के बारे में सोच ही नहीं सकता था। क्योंकि उनका (कांग्रेस) अमीरों की खातिरदारी करने का स्वभाव था। भाजपा ने ‘उज्जवला योजना’ के माध्यम से बहनों के घर गैस सिलेंडर पहुंचाया।
क्या है मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम
मेरा बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम बीजेपी की चुनाव में माइक्रो मैनेजमेंट का एक हिस्सा है। साल 2014 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव से राष्ट्रीय स्तर पर एक नया प्रयोग किया। बीजेपी ने चुनाव की सबसे निचली इकाई बूथ जीतने पर फोकस किया इसके तहत बूथ कार्यकर्ता से शीर्ष नेतृत्व की वार्ता जोश और उत्साह बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता है। अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी का फोकस काफी हद तक बूथ लेवल पर शिफ्ट हो गया। अमित शाह ने ये बूथ जीतने का मंत्र देते हुए कहा था, जिसने इस सबसे निचली इकाई को जीत लिया, समझो उसने सीट जीत ली। चुनाव में माइक्रो मैनेजमेंट का अमित शाह का ये मंत्र बीजेपी के हर चुनाव अभियान की धुरी बनता रहा है। बीजेपी में बूथ लेवल मैनेजमेंट की शुरुआत का श्रेय कुशाभाऊ ठाकरे को दिया जाता है जिन्होंने मध्य प्रदेश में संगठन की जड़ें मजबूत करने के लिए सबसे छोटी इकाई पर जोर दिया। अब बीजेपी इसी मंत्र को अपनाकर हर चुनाव में बूथ लेबल पर ध्यान केंद्रित कर अपनी जीत सुनिश्चित करने की ओर प्रयासरत है।