ओडिशा के राज्यपाल और झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास की प्रदेश की राजनीति में दोबारा एंट्री हो सकती है। दरअसल 27 अगस्त को झारखंड के भाजपा नेताओं ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर जमशेदपुर पूर्वी सीट से रघुवर दास को झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 लड़वाने की बात कही है। अगर केंद्रीय नेतृत्व से इस बात को हरी झंडी मिल जाती है, तो रघुवर दास दोबारा झारखंड की राजनीति में वापसी करेंगे। हालांकि अभी प्रदेश भाजपा नेता रघुवर दास की वापसी को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। उनका कहना है कि नेतृत्व का निर्देश सर्वोपरि है, इसी के मुताबिक कार्यकर्ताओं की भूमिका तय होती है।
बात करें पिछले चुनावों की तो लोकसभा चुनाव 2024 में भी पार्टी को 5 आदिवासी सुरक्षित सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सुरक्षित 28 आदिवासी सीटों में से सिर्फ दो सीटें जीती थीं। रघुवर दास को बीजेपी के बागी नेता सरयू राय ने हरा दिया था, लेकिन अनुभव के चलते उन्हें ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया। ओडिशा में रहने के बाद भी रघुवर अपने गृहनगर जमशेदपुर लगातार आते-जाते रहते हैं, वे यहां के कार्यक्रमों में भी शामिल होने के साथ-साथ स्थानीय लोगों से संपर्क बनाए रखते हैं। ऐसे में अगर वे झारखंड के राजनीति में वापसी करते हैं तो पार्टी को इससे बड़ा फायदा होगा।
भाजपा समर्थक मानते हैं कि ‘रघुवर दास की ओबीसी मतदाताओं पर अच्छी पकड़ है, हाल ही में चंपाई सोरेन और मधु कोड़ा ने बीजेपी की सदस्यता ली है, ऐसे में उन्हें आदिवासी मतदाताओं का भी भरपूर समर्थन मिलेगा। वे लगातार 5 साल शासन करने वाले राज्य के पहले सीएम हैं। ऐसे में 2024 के पहले झारखंड की राजनीति में उनकी उपस्थिति मायने रखती है।’